Mau News: राजस्थान के कोटा शहर में मऊ जिले से NEET की तैयारी करने गई एक छात्रा ने कथित तौर पर जहर खाकर आत्महत्या कर ली है. बता दें कि सोमवार शाम को परिजनों को इस बात की जानकारी हुई, जिसके बाद उसके पिता और भाई मऊ से कोटा के लिए निकल गए. वहीं, मृतका के चाचा ने कोचिंग संस्थान पर सवाल उठाते हुए कहा, “वहां पर तेज बच्चों का अलग से बैच बना दिया जाता है, जिसके कारण बच्चे डिप्रेशन का शिकार होकर इस तरह के कदम उठा ले रहे हैं.”
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आपको बता दें कि मृतक छात्रा मऊ जिले के कोपागंज थाना क्षेत्र के कुर्थीजाफरपुर गांव की रहने वाली थी. उसके पिता गांव में ही रहते हैं. उसका एक भाई है, जो मऊ में केंद्रीय विद्यालय में कक्षा 12 वी में पढ़ता है. घर में मां और दादा-दादी भी हैं. दादा को दिल की बीमारी है और मृतक छात्रा दादा और दादी की लाडली थी, जिसके कारण परिवार में अभी किसी को भी इस घटना के बारे में नही बताया गया है.
जानकारी मिलने के बाद पिता और भाई कोटा के रवाना हो गए हैं. मृतक छात्रा के खानदान के ही बगल में रहने वाले उसके बड़े पापा और चाचा किसी को भी छात्रा के घर नहीं जाने दे रहे हैं. उनका कहना है कि अगर उसके दादा को यह बात मालूम पड़ गई तो फिर कोई अनहोनी हो सकती है. मृतका के चाचा ने कहा कि उनकी भतीजी बहुत ही तेज लड़की थी और पढ़ाई के बोझ के कारण डिप्रेशन की वजह से ही उसने यह कदम उठाया है.
मृतका के चाचा ने कोचिंग संस्थान पर सवाल उठाते हुए कहा कि ‘वहां पर तेज बच्चों का अलग से बैच बना दिया जाता है जिसके कारण बच्चे डिप्रेशन का शिकार होकर इस तरह के कदम उठा ले रहे हैं. कोचिंग संस्थानों को चाहिए कि वह सभी बच्चों के बराबर समझ कर उन्हें पढ़ाएं. छात्रा के घर और अगल-बगल गांव में पूरी तरीके से सन्नाटा पसरा हुआ है.’
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