वाराणसी में काशी हिन्दू विश्वविद्यालय (बीएचयू) स्थित सयाजी गायकवाड़ साइबर लाइब्रेरी 28 मार्च से 21 घंटे खुलेगी. 28 मार्च से स्टूडेंट्स सुबह 8 बजे से अगले दिन सुबह पांच तक लाइब्रेरी में पढ़ाई कर सकेंगे. बीएचयू प्रशासन ने यह निर्णय 26 मार्च को लिया है. इस फैसले से छात्र काफी खुश हैं.
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गौरतलब है कि 6 साल पहले यानी साल 2016 में छात्रों ने 24 घंटे लाइब्रेरी खोलने की मांग करते हुए आंदोलन किया था. जिसके बाद बीएचयू के तत्कालीन वाइस चांसलर जीसी त्रिपाठी ने आंदोलन में शामिल रहे 9 छात्रों को निलंबित कर दिया था. बाद में इन छात्रों को जेल हो गई थी. वहींं साल 2017 में सुप्रीम कोर्ट ने बीएचयू के इन छात्रों के निलंबन को निरस्त कर दिया था.
इस आंदोलन के दौरान निष्कासित रहे पूर्व छात्र विकास सिंह ने बताया, “बीएचयू में साइबर लाइब्रेरी की शुरुआत साल 2012 में तत्कालीन वाइस चांसलर डॉ. लालजी सिंह के कार्यकाल में हुई थी. इस लाइब्रेरी को शुरू करने का उद्देश्य कैंपस के हॉस्टल और बाहर रहने वाले छात्रों को पढ़ाई के लिए वातानुकूलित और इंटरनेट युक्त माहौल प्रदान करना था.”
उन्होंने बताया कि लालजी सिंह के कार्यकाल में यह लाइब्रेरी सुबह 8 बजे खुलती थी और फिर अगले दिन सुबह 5 बजे (3 घंटे साफ सफाई के लिए) बंद की जाती थी.
अब विश्वविद्यालय के नए वीसी प्रोफेसर सुधीर कुमार जैन ने छात्रों की मांगों को मान लिया है. जैन ने पुनः सुबह 8 बजे से अगले दिन की सुबह 5 बजे तक साइबर लाइब्रेरी खोलने का निर्णय लिया है. बीएचयू प्रशासन ने इसे छात्र हित में अहम फैसला बताया है.
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