उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव ने बुधवार को लखनऊ स्थित पार्टी कार्यालय पर एक समीक्षा बैठक की. इस दौरान, पार्टी के कई वरिष्ठ नेता और विधायक मौजूद रहे. खबर के अनुसार, समीक्षा बैठक में आगामी नगर निगम चुनाव और हालिया हुए राष्ट्रपति चुनाव में हुई क्रॉस वोटिंग को लेकर चर्चा हुई.
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गौरतलब है कि राष्ट्रपति चुनाव में उत्तर प्रदेश में विपक्ष ने क्रॉस वोटिंग हुई थी. जानकारी के मुताबिक, विपक्ष के 4 विधायकों ने क्रॉस वोटिंग की, जबकि 3 विधायकों के वोट इनवैलिड घोषित हो गए. एनडीए उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू को 283 वोट मिलने थे, लेकिन मिले 287. वहीं विपक्ष के उम्मीदवार यशवंत सिन्हा को 118 वोट मिलने चाहिए थे, मगर उन्हें 111 वोट मिले.
खबर है कि अब तक ये साफ नहीं हो पाया है कि क्रॉस वोटिंग करने वाले विधायक कौन हैं, लेकिन पार्टी को कुछ नाम पता चले हैं, जिन पर शक है. अब ऐसी चर्चा है कि पार्टी क्रॉस वोटिंग करने वाले विधायकों पर एक्शन ले सकती है. हालिया पार्टी ने शिवपाल यादव और गठबंधन सहयोगी ओम प्रकाश राजभर को पत्र लिख उन्हें ‘स्वतंत्र’ होने की सलाह दी थी. बता दें कि शिवपाल यादव और ओम प्रकाश राजभर समेत उनकी पार्टी के अन्य विधायकों ने एनडीए की द्रौपदी मुर्मू को वोट दिया था. जबकि अखिलेश की नेतृत्व वाली सपा ने यशवंत सिन्हा को समर्थन दिया था.
समीक्षा बैठक में आए सपा नेता पवन पांडेय ने यूपी तक से बातचीत में कहा, “हमने राजभर और शिवपाल को फ्री कर दिया है. जो जहां जाना चाहे चले जाए. जो चीज वो छिप-छिप के कर रहे थे…पार्टी नेतृत्व ने उन्हें स्वतंत्र कर दिया है.”
राष्ट्रपति चुनाव में हुई क्रॉस वोटिंग पर पांडेय ने कहा, “राष्ट्रपति चुनाव पार्टी का आंतरिक मामला है, चर्चा चल रही है.”
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