असदुद्दीन ओवैसी की तरफ से मुस्लिमों को लेकर लगातार किए जा रहे हमलों के बीच समाजवादी पार्टी सुप्रीमो अखिलेश यादव ने साफ कर दिया है कि उनके साथ कोई गठबंधन नहीं होगा. आज तक के कार्यक्रम ‘पंचायत वाराणसी’ में बोलते हुए अखिलेश यादव ने एक बार फिर से यूपी में आगामी चुनाव को लेकर अपने नैरेटिव को सेट करने की कोशिश की है. इस दौरान उन्होंने चुनाव में धर्म के इस्तेमाल को लेकर किए गए सवाल पर भी अपनी राय रखी.
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बीजेपी काशी और अयोध्या में हुए कार्यों को यूपी चुनाव प्रचार में काफी प्रमुखता से इस्तेमाल कर रही है. ऐसे में पूर्व सीएम अखिलेश यादव से कार्यक्रम में जब पूछा गया कि क्या उन्हें इस बात का डर है कि चुनाव में धर्म हावी हो जाएगा तो एसपी का क्या होगा? इस पर उन्होंने कहा,
”सवाल धर्म का नहीं है. क्या समाजवादी पार्टी के लोग पूजा-पाठ नहीं करते? क्या उत्तर प्रदेश की जनता पूजा-पाठ नहीं करती? मैं जानता हूं कि मेरे घर में व्रत किस दिन रखा जाता है.”
अखिलेश यादव
पूरे 9 दिन नवरात्र का व्रत रखता हूं: अखिलेश
अखिलेश से सवाल पूछा गया कि क्या आप नवरात्र का व्रत रखते हैं? इसके जवाब में उन्होंने कहा, ”हां मैं नवरात्र का व्रत रखता हूं, मेरी पत्नी डिंपल भी व्रत रखती हैं, लेकिन हम उसका दिखावा और प्रचार नहीं करते. मैं कॉलेज में था, तब से व्रत रख रहा हूं. मैं 9 दिन व्रत रखता हूं.’ उन्होंने आगे कहा, ”सवाल यह है कि बीजेपी वाले बताएं कि उनके घर में व्रत रखते हैं कि नहीं रखते.”
अखिलेश यादव ने कहा कि हमारी कोशिश होगी कि विकास के एजेंडे को लेकर जनता के बीच जाएं.
ओवैसी के साथ कोई गठबंधन नहीं: अखिलेश
अखिलेश यादव से AIMIM चीफ ओवैसी से जुड़ा सवाल भी पूछा गया- ओवैसी लगातार आरोप लगा रहे हैं कि मुसलमानों को हमेशा वोट बैंक की तरह इस्तेमाल किया. इस पर अखिलेश ने कहा, ”वो क्या कह रहे हैं, उस पर मैं कुछ नहीं कह सकता. लेकिन उनके दल से समाजवादी पार्टी का कोई अलायंस नहीं होने जा रहा.”
क्या चाचा शिवपाल की पार्टी का विलय कराएंगे अखिलेश?
इस सवाल के जवाब में कि चाचा शिवपाल के ऊपर क्या जादू किया आपने कि अब वो कह रहे हैं कि मुलायम सिंह के बाद अखिलेश यादव ही हमारे नेता हैं? अखिलेश ने कहा, ”मुझे खुशी है इस बात की कि चाचा अब साथ आ गए हैं. उनका दल और उनके दल के नेता समर्थन दे रहे हैं.’ अखिलेश से आगे पूछा गया कि शिवपाल की पार्टी को कितनी सीटें दे रहे हैं? इस पर उन्होंने कहा, ”मैंने ये कहा कि हम कोशिश करेंगे, ज्यादा से ज्यादा लोगों को एडजस्ट करने की.”
सिंबल के सवाल पर अखिलेश ने आगे कहा, ”अभी तय नहीं किया है हम लोगों ने कि सिंबल क्या होगा, लेकिन यह च्वॉइस मैंने क्षेत्रीय दलों के ऊपर छोड़ी है.”
अखिलेश ने शिवपाल से ये क्यों नहीं कहा कि क्यों अलग पार्टी है आपकी, आ जाइए समाजवादी पार्टी में ही? इस पर समाजवादी पार्टी सुप्रीमो ने कहा, ”मैंने कोशिश की है कि किसी पार्टी का विलय नहीं करूंगा, क्षेत्रीय दलों की अलग पहचान है. क्षेत्रीय पार्टियों का अपना संगठन भी होता है. उन संगठन के लोगों को भी फिर एडजस्ट करना पड़ेगा.”
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