उत्तर प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी ने विधानसभा के साथ-साथ ऊपरी सदन (विधान परिषद्) में भी दो तिहाई का आंकड़ा पार कर लिया है. विधान परिषद में कुल 100 सीटें हैं, जिनमें से बीजेपी के पास पहले से 38 सीटें थी. इनमें मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और जयवीर सिंह ने इस्तीफा दिया, दोनों विधानसभा चुनाव जीतकर आए. दोनों के इस्तीफों के बाद बीजेपी के पास 36 रह गई थीं, जबकि यशवंत सिंह को बीजेपी ने पार्टी विरोधी गतिविधियों के आरोपों में निकाल दिया था. ऐसे में बीजेपी के पास 35 एमएलसी बचे थे. वहीं, आज यानी मंगलवार को 33 उम्मीदवारों की जीत के साथ ही यह आंकड़ा 68 तक पहुंच गया है.
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यह तो 12 अप्रैल को मिली जीत के साथ बीजेपी का आंकड़ा 68 तक पहुंचा है, लेकिन जुलाई में जब मनोनीत एमएलसी की संख्या आएगी तब 6 मनोनीत सदस्य बीजेपी और बनाएगी. इसके बाद बीजेपी का आंकड़ा 74 तक चला जाएगा, जबकि विधायकों के वोट से बनने वाले एमएलसी में कुल 13 सीटें हैं, जिनमें बीजेपी को 9 सीटें मिलेंगी और समाजवादी पार्टी को 4 सीटें. ऐसा माना जा रहा है कि बीजेपी लगभग 100 में 80 से ज्यादा सीटें अगले कुछ महीनों में हासिल कर लेगी.
आपको बता दें कि समाजवादी पार्टी के पास अब 17 विधान परिषद के सदस्य बचे हैं और जुलाई में जब विधायकों के वोट से जब विधान परिषद के सदस्य चुने जाएंगे, तो यह संख्या और भी कम हो सकती है.
बीएसपी के पास 2 जुलाई के बाद सिर्फ एक विधान परिषद सदस्य बचेगा. ऐसे में 80 फीसदी सीटें बीजेपी के पास ही होंगी.
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