उत्तर प्रदेश की 18 वीं विधासनभा में पहली बार मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 29 मार्च को सदन को संबोधित किया. अपने संबोधन की शुरुआत में सीएम योगी ने सतीश महाना को विधानसभा का निर्विरोध स्पीकर चुने जाने की बधाई दी. विधानसभा स्पीकर सतीश को लेकर सीएम योगी ने कहा कि आपके नाम में ही महान लगा हुआ है, ये हमारे लिए गौरव का पल है.
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सीएम योगी ने कहा कि लोकतंत्र के दो पहिये होते हैं- एक सत्ता पक्ष व दूसरा विपक्ष, ये दोनों मिलकर यूपी की 25 करोड़ की आबादी के सर्वांगीण विकास के लिए कार्य करेंगे.
उन्होंने कहा, “चुनाव में आरोप, प्रत्यारोप, आक्षेप सभी दलों ने किया, लेकिन हमने देखा कि जनता कभी नकारात्मक पक्ष को स्वीकार नहीं करती, जनता ने हमेशा सकारात्मक पक्ष को ही समर्थन दिया है. नकारात्मकता कभी लोकतंत्र का हित नहीं कर सकता है.”
मुख्यमंत्री ने कहा, “एक और एक दो नहीं, 11 बनकर लोकतंत्र को मजबूत करते हैं. जन आकांक्षाओं को पूरा करने के लिए हमारे जनप्रतिनिधियों पर आमजनमानस ने विश्वास प्रकट किया, उस विश्वास को कभी अविश्वास में नहीं बदलने के कार्य करने होंगे.”
उन्होंने कहा कि हमें अब युवाओं, आधी आबादी, किसानों, मजदूरों और दबे-कुचले लोगों के बारे में सोचना है, उनकी आवाज को आगे बढ़ाना है.
सीएम योगी ने कहा, “देश मे बहुत सारी विधानसभा हैं, लेकिन पूरे देश की निगाहें उत्तर प्रदेश विधानसभा पर लगी रहती हैं. कोरोना काल मे 17वीं विधानसभा को बुलाना भी एक चुनौती थी, हम कोरोना से जूझ रहे थे, हमने सदन आहूत की…देश भर से हमारे पास फोन आते थे कि कैसे करेंगे, हमने इसे करके दिखाया.”
उन्होंने कहा कि इस विधानसभा की गूंज पूरे देश मे सुनाई देती है, जनता के मुद्दों को हमने सकारात्मक भाव से उठाया है, जनता अपने विधायी संस्था को विश्वास के साथ देखती है, हमको इस दिशा में कार्य करके दिखाना है.
सीएम योगी ने अपने संबोधन के आखिरी में नवनिर्वाचित विधायकों को बधाई देते हुए कहा, “मैं सभी नव सदस्यों का हृदय से अभिवादन करता हूं, 5 वर्ष के कार्यकाल में आप अगर जनमानस के हित के लिए कार्य करेंगे, तो माननीय अध्यक्ष जी (सतीश महाना) की तरह बार-बार चुनकर आएंगे.”
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