केंद्रीय चुनाव आयोग टीम की टीम तीन दिवसीय दौरे पर राजधानी लखनऊ पहुंची, तो सबसे पहले मुलाकात का सिलसिला प्रदेश के राजनीतिक दलों से शुरू हुआ. योजना भवन में सत्तारूढ़ बीजेपी के साथ कांग्रेस, समाजवादी पार्टी (एसपी), बहुजन समाज पार्टी (बीएसपी) और आरएलडी के प्रतिनिधि मंडल ने भी आयोग से मुलाकात की. सभी दलों ने समय से चुनाव कराने, लेकिन कोविड के नियमों का सख्ती से पालन कराने की मांग की है. इस बीच एसपी ने जहां काबोराबरी पीयूष जैन के मामले को चुनाव आयोग से बीजेपी की शिकायत की है, तो कांग्रेस ने अपर मुख्य सचिव अवनीश अवस्थी को हटाए जाने की मांग कर दी है.
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आपको बता दें कि मुख्य चुनाव आयुक्त सुशील चंद्रा, चुनाव आयुक्त राजीव कुमार, अनूप चंद्र पांडे के साथ केंद्रीय चुनाव आयोग की टीम मंगलवार शाम लखनऊ पहुंची है. सबसे पहले मुलाकात बीएसपी के प्रतिनिधिमंडल ने की. बीएसपी ने चुनाव आयोग से लिखित तौर पर 7 बिंदु का अपना पत्र दिया. बीएसपी ने मांग की है कि आदर्श चुनाव आचार संहिता को सख्ती से लागू कराते हुए समय से चुनाव हों। चुनाव को धार्मिक रंग देकर संकीर्ण स्वार्थ की राजनीति की शिकायत करते हुए बीएसपी ने मांग की कि चुनाव आयोग सख्त कानूनी रवैया अपनाए. सरकारी मशीनरी में चुनाव आयोग का खौफ कायम रहे तभी चुनाव सही से हो पाएंगे.
बीएसपी के बाद सत्तारूढ़ दल भारतीय जनता पार्टी ने आयोग से मुलाकात कर तीन सुझाव भी दिए. बीजेपी के प्रतिनिधिमंडल की अगुवाई करते हुए एमएलसी एके शर्मा ने कहा कि चुनाव में महिला मतदाताओं की सुरक्षा पहचान और सत्यापन की व्यवस्था हर बूथ पर हो. इसके लिए हर पोलिंग स्टेशन पर महिला पुलिसकर्मियों की तैनाती की जाए. कोविड की संभावित लहर को देखते हुए भीड़ भाड़ वाले पोलिंग स्टेशन और बूथों की पुनः समीक्षा कर ली जाए ताकि चुनाव के वक्त कोई मुश्किल ना आए. वहीं बीजेपी ने मांग की है कि एक ही परिवार के अलग-अलग सदस्यों को अलग-अलग पोलिंग स्टेशनों पर जाना पड़ता है, चुनाव आयोग इस बात को सुनिश्चित करे कि एक परिवार के लोग एक ही बूथ या एक ही पोलिंग स्टेशन पर वोट डालें.
आयोग से मिलने पहुंचे सीपीआईएम और आरएलडी के प्रतिनिधिमंडल ने भी निष्पक्ष चुनाव कराने के साथ-साथ सरकारी मशीनरी के दुरुपयोग पर रोक लगाने पर जोर दिया.
अवनीश अवस्थी पर क्यों खफा है कांग्रेस?
कांग्रेस की तरफ से 3 सदस्य प्रतिनिधि मंडल ने चुनाव आयोग से मुलाकात कर उत्तर प्रदेश के अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश अवस्थी को हटाने की मांग की है. चुनाव आयोग को दिए अपने ज्ञापन में कांग्रेस पार्टी ने साफ लिखा सरकार से प्रभावित अधिकारियों को चुनाव से अलग रखा जाए. चुनाव तक प्रदेश के अपर मुख्य सचिव अवनीश को चुनावी व्यवस्था से एकदम अलग रखा जाए. कांग्रेस ने अपर मुख्य सचिव अवनीश अवस्थी के सोशल मीडिया पर किए गए ट्वीट पर आपत्ति जताते हुए शिकायत की है कि अवनीश अवस्थी केंद्रीय मंत्रियों के ट्वीट को रीट्वीट करके सरकारी पद का दुरुपयोग कर रहे हैं. काशी विश्वनाथ मंदिर के लोकार्पण कार्यक्रम में प्रधानमंत्री के कार्यक्रम पर जो ट्वीट अवनीश अवस्थी ने किए और साथ ही अन्य सरकारी योजनाओं पर भी ट्वीट करके सरकार का लगातार महिमामंडन करते रहे हैं. कांग्रेस की मांग है कि इसलिए चुनाव आयोग सुनिश्चित करे कि चुनाव में जितने भी प्रदेश के पुलिस अधिकारी और कर्मचारी काम में लगे हैं, उनको वह (अवनीश अवस्थी) कोई आदेश ना दे सकें. इसमें आगे कहा गया है कि बेहतर होगा चुनाव आचार संहिता लागू होने स्थानांतरण कर दिया जाए.
एसपी ने चुनाव आयोग के सामने उठाया कारोबारी पीयूष जैन का मामला
चुनाव आयोग से सबसे बाद में मुलाकात समाजवादी पार्टी के प्रतिनिधि मंडल ने की. समाजवादी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम पटेल के अगुवाई में गए प्रतिनिधिमंडल ने मांग की है कि 80 वर्ष या उससे अधिक उम्र के बुजुर्ग वोटर व दिव्यांग वोटरों जिनके लगभग संख्या 40 लाख है, उनकी सूची उपलब्ध कराई जाए. 25000 अतिसंवेदनशील बूथ की सूची उपलब्ध कराई जाए. एक वोटर का कई जगह पर नाम है. ऐसे हर विधानसभा में 10 से 15000 वोटर है ऐसे फर्जी वोटरों को दूर किया जाए. लिस्ट का सत्यापन करवाया जाए. आदर्श आचार संहिता का कड़ाई से पालन हो. सरकारी धन का पार्टी के प्रचार और कार्यक्रम में दुरुपयोग बंद हो. एसपी ने आयोग से गाजीपुर के एसडीएम जमानिया का उदाहरण देते हुए आरोप लगाया कि कुछ अधिकारी अफसरों को धमका रहे हैं. ऐसे अफसरों पर जिलों से मिली शिकायत के आधार पर आयोग नजर रखे, तबादला करे.
वहीं एसपी ने कहा कि बीजेपी के कई नेता संवैधानिक पदों पर बैठे हैं, लेकिन उत्तर प्रदेश में आकर जहरीली भाषा बोल रहे हैं, जिससे माहौल खराब हो रहा है. एसपी ने मांग की है कि चुनाव समय से हों, लेकिन कोविड के नियमों का सभी दलों पर कड़ाई से पालन भी करवाया जाए. कानपुर के कारोबारी पीयूष जैन का एसपी कनेक्शन बताए जाने की भी समाजवादी पार्टी ने आयोग से शिकायत की है कि बिना जांच के ही एसपी से जोड़ पार्टी को बदनाम करने की कोशिश की जा रही है.
चुनाव आयोग ने अफसरों से भी लिया फीडबैक
राजनीतिक दलों से मुलाकात के बाद चुनाव आयोग ने केंद्रीय सुरक्षा बल व केंद्रीय जांच एजेंसियों, इनकम टैक्स, ईडी, डीजीजीआई, डीआरआई, एसएसबी सीआईएसएफ के अफसरों से भी मुलाकात कर उनका फीडबैक लिया. बुधवार को आयोग उत्तर प्रदेश के सभी जिलों के डीएम, एसपी, कमिश्नर, आईजी, एडीजी से दिनभर बैठक कर निर्देश देगा, फीडबैक लेगा.
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