काशी विश्वनाथ कॉरिडोर लगभग बनकर तैयार है और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 13 दिसंबर को इसका उद्घाटन करेंगे.
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उत्तर प्रदेश में अगले साल की शुरुआत में होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) का इस कॉरिडोर पर खास फोकस है. ऐसे में बीजेपी ने काशी विश्वनाथ कॉरिडोर को लेकर मेगा प्लान बनाया है. इस प्लान के जरिए न सिर्फ पूर्वांचल बल्कि पूरे उत्तर प्रदेश में जनता को साधने की तैयारी है.
बीजेपी का अयोध्या के राम जन्मभूमि मंदिर पर भी फोकस है, लेकिन इस मंदिर का भव्य स्वरूप 2024 के लोकसभा चुनाव से पहले दिखेगा. वहीं काशी विश्वनाथ कॉरिडोर का स्वरूप 2022 के यूपी विधानसभा चुनाव से पहले ही सामने आ जाएगा. ऐसे में प्रधानमंत्री मोदी के इस ड्रीम प्रोजेक्ट को अब बीजेपी यूपी चुनाव से पहले गांव-गांव तक ले जाने की तैयारियों में जुटी है. उसकी कोशिश यह बताने की होगी कि प्रधानमंत्री ने अयोध्या पर फोकस के साथ-साथ कैसे काशी का भी कायाकल्प कर दिया है.
बीजेपी महासचिव तरुण चुग ने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि करीब 250 सालों के बाद काशी विश्वनाथ मंदिर का पुनर्निर्माण और सौंदर्यीकरण का काम किया गया है.
बीजेपी ने काशी विश्वनाथ धाम के उद्घाटन समारोह का नाम ‘दिव्य काशी, भव्य काशी’ रखा है. चुग ने कहा कि वाराणसी में बीजेपी 13 और 14 दिसंबर को अपने मुख्यमंत्रियों का सम्मेलन भी करेगी जिसमें सरकारों की कल्याणकारी योजनाओं पर चर्चा होगी और इससे जनता को ज्यादा से ज्यादा लाभ मिले, उस पर मंथन होगा.
इसके अलावा उन्होंने बताया,
‘‘प्रधानमंत्री मोदी 13 दिसंबर को काशी विश्वनाथ धाम के पुनर्निमाण कार्यों का लोकार्पण करेंगे. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और देशभर के करीब 3000 धर्माचार्य, संत, कलाकार और अन्य गणमान्य लोग कार्यक्रम में शामिल होंगे.’’
”उन्होंने कहा कि 13 दिसंबर 2021 से 14 जनवरी 2022 (मकर संक्रांति) तक काशी में रोज एक उत्सव होगा और इन उत्सवों की शुरुआत प्रधानमंत्री मोदी करेंगे.”
‘‘ये भव्य कार्यक्रम सिर्फ काशी तक ही सीमित न रह जाए बल्कि गांव-गांव तक पहुंचे, इसके लिए देश के 51000 स्थानों पर इन कार्यक्रमों का लाइव प्रसारण किया जाएगा.’’
”12 जनवरी को स्वामी विवेकानंद की जयंती पर काशी में युवा सम्मेलन का आयोजन किया जाएगा.”
‘‘13 दिसंबर की शाम से बीजेपी के सभी मुख्यमंत्री और उप-मुख्यमंत्रियों का सम्मेलन शुरू होगा. यह सम्मेलन 14 दिसंबर को भी चलेगा.’’
जानकारी के मुताबिक, प्रधानमंत्री गंगा के जरिए कॉरिडोर के मुख्य द्वार ललिता गेट पर पहुंचेंगे और गंगा जल से जलाभिषेक करेंगे. प्रधानमंत्री 13 तारीख को तकरीबन सवा 2 घंटे काशी कॉरिडोर में रहेंगे.
कार्यक्रम के प्रसारण के लिए शहर में चौक-चौराहों पर बड़े एलईडी स्क्रीन लगाए जाएंगे. सभी प्रमुख मंदिरों में रोशनी की जाएगी. गंगा में चलने वाली नावों को सजाया जाएगा.
16 दिसंबर को यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अपने कैबिनेट की बैठक इस परिसर में करेंगे. इससे पहले प्रयागराज कुंभ में भी कैबिनेट की एक बैठक हो चुकी है.
चुनाव में काशी को भुनाने की बीजेपी की तैयारी
बीजेपी के सभी पदाधिकारी, मंत्री और प्रमुख कार्यकर्ता भी वाराणसी में आमंत्रित होंगे और काशी कॉरिडोर के इस भव्य कार्यक्रम को लेकर अगले 1 महीने तक बीजेपी कार्यकर्ता गांव-गांव घूमेंगे.
हर गांव में बीजेपी का संगठन काशी कॉरिडोर के इस भव्य कार्यक्रम को चौपाल लगाकर लोगों को दिखाएगा और अयोध्या के बाद अब काशी के कायाकल्प को लोगों के बीच विमर्श का केंद्र बनाने की कोशिश करेगा.
हालांकि इस बीच विपक्ष काशी की गलियों के खत्म होने समेत दूसरे मुद्दों पर बीजेपी को घेरने की कोशिश में दिख सकता है.
देखिए कितना भव्य लग रहा काशी विश्वनाथ कॉरिडोर, 13 दिसंबर को होना है लोकार्पण
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