UP News: अयोध्या-फैजाबाद लोकसभा सीट पर मिली शिकस्त भाजपा के लिए किसी बुरे सपने से कम नहीं है. अयोध्या राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव के कुछ ही महीने बाद भाजपा को यहां से करारी हार मिली है. इस हार ने भाजपा को अंदर से हिला कर रख दिया है. इसी बीच अयोध्या-फैजाबाद में मिली हार को लेकर अब हनुमानगढ़ी के महंत राजू दास और आईएएस अधिकारी के बीच खूब तू-तू-मैं-मैं हुई है.
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दरअसल अयोध्या के सरयू अतिथि गृह में योगी सरकार के मंत्री जयवीर सिंह और सूर्य प्रताप शाही ठहरे हुए थे. मिली जानकारी के मुताबिक. उसी समय हनुमानगढ़ी के महंत राजू दास अयोध्या की हार के कुछ कारण बताने उनके पास पहुंचे. जिस समय राजू दास दोनों मंत्रियों से मिलने पहुंचे, उस समय वहां एक आईएएस अधिकारी भी बैठे हुए थे, जो मंत्रियों से बात कर रहे थे. तभी वहां राजू दास और अधिकारी के बीच बहस शुरू हो गई, जिसने बड़े विवाद का रूप ले लिया.
2 मंत्रियों के सामने ही हुई आईएएस अधिकारी और राजू दास के बीच बहस
बता दें कि अयोध्या में तैनात आईएएस अधिकारी दोनों मंत्रियों के साथ बैठे हुए थे. इसी दौरान राजू दास अयोध्या में मिली हार के कारणों को बताने लगे. बताया जा रहा है कि राजू दास ने हार को लेकर अयोध्या के अधिकारियों की भूमिका पर सवाल उठाने शुरू कर दिए. ये सुनते ही आईएएस अधिकारी भी खड़े हो गए. इस दौरान योगी सरकार के 2 मंत्रियों के सामने ही राजू दास और अधिकारी के बीच जबरदस्त तू-तू-मैं-मैं होने लगी.
राजू दास की सुरक्षा वापस ली गई
बताया जा रहा है कि इस पूरे विवाद के बाद प्रशासन ने राजू दास को मिली सुरक्षा वापस ले ली है. प्रशासन ने राजू दास की सुरक्षा में तैनात गरन को वापस बुला लिया है. दरअसल प्रशासन और राजू दास के बीच लोकसभा चुनाव परिणाम के बाद से विवाद चल रहा था. राजू दास ने भाजपा की हार के बाद अयोध्या प्रशासन के अधिकारियों को लेकर काफी विवादित बयान दिए थे, जिसको लेकर प्रशासन के अधिकारी राजू दास से गुस्सा था. ऐसे में जब आईएएस और राजू दास के बीच विवाद हुआ, तो प्रशासन ने एक्शन लेते हुए राजू दास की सुरक्षा ही वापस ले ली.
अब राजू दास का कहना है कि अगर उन्हें कुछ भी हुआ तो उसकी पूरी जिम्मेदारी अयोध्या प्रशासन की होगी. राजू दास का कहना है कि उनके ऊपर काफी खतरे हैं. अगर उनके साथ कुछ भी होता है तो उसकी जिम्मेदारी प्रशासन की होगी.
क्या कहा राजू दास ने?
इस पूरे मामले पर राजू दास ने कहा, हमने भाजाप और मोदी के लिए कई प्रदेशों में प्रचार किया. मगर अयोध्या में हार मिली. हम तो मंत्री से बात कर रहे थे. अधिकारी को लगा कि हम उनका विरोध कर रहे हैं. हमारी सुरक्षा हटा दी गई है. हमारी जिंदगी को कई खतरे हैं. अगर कुछ भी होता है तो उसकी जिम्मेदारी प्रशासन की होगी.
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