CM Yogi News: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ज्ञानवापी मसले पर एक महत्वपूर्ण बयान दिया है. उन्होंने कहा कि लोग 'आज के समय में ज्ञानवापी को दूसरे शब्दों में मस्जिद कहते हैं. लेकिन वो ज्ञानवापी साक्षात विश्वनाथ जी हैं.' सीएम का यह बयान गुरुवार को ज्ञानवापी पर वाराणसी कोर्ट के फैसले के बाद आया है. दरअसल, वाराणसी की एक अदालत ने हिंदू पक्ष द्वारा दायर याचिका को खारिज कर दिया है, जिसमें स्थानीय जिला मजिस्ट्रेट को ज्ञानवापी मस्जिद परिसर के परिसर में स्थित व्यास जी के तहखाने की मरम्मत करने का आदेश देने का अनुरोध किया गया था.
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बता दें कि वाराणसी जिला मजिस्ट्रेट जो परिसर के स्थानीय संरक्षक हैं, वह इस मामले में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं. सिविल जज सीनियर डिवीजन हितेश अग्रवाल की अदालत ने मुस्लिम पक्ष द्वारा उठाई गई आपत्तियों और सुप्रीम कोर्ट में लंबित मामले को ध्यान में रखते हुए तहखाने में चल रही पूजा गतिविधियों को जारी रखने का आदेश दिया.
हिंदू पक्ष के वकील ने ये कहा
हिंदू पक्ष के वकील मदन मोहन यादव ने कहा कि न्यायालय का फैसला मुस्लिम पक्ष द्वारा व्यास जी के तहखाना में मरम्मत के विरोध और सुप्रीम कोर्ट में चल रही कानूनी कार्यवाही पर आधारित था. ऐसे में फैसले के बावजूद हिंदू पक्ष तहखाने की मरम्मत की अनुमति के लिए जिला न्यायाधीश की अदालत में अपील करने की योजना बना रहा है.
यादव ने यह भी बताया कि अदालत के आदेश के बाद 31 जनवरी से तहखाने में पूजा फिर से शुरू हो गई, जिससे भक्तों को स्थापित मूर्तियों के दर्शन की अनुमति मिल गई. हालांकि, हिंदू पक्ष ने तहखाने की कमजोर छत को लेकर चिंता जताई और कहा कि मुस्लिम श्रद्धालुओं के छत पर चलने से इमारत गिरने का खतरा हो सकता है. इसलिए, उन्होंने छत और खंभों की मरम्मत की मांग की है.
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