उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य (Keshav Prasad Maurya) ने समाजवादी पार्टी (एसपी) के अध्यक्ष अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) पर निशाना साधा है. बता दें कि शुक्रवार को लखनऊ के जनेश्वर मिश्रा पार्क में जनेश्वर मिश्र की प्रतिमा पर माल्यापर्ण के बाद मीडिया से बातचीत करते हुए अखिलेश ने ‘हर घर तिरंगा’ अभियान पर निशाना साधते हुए कहा था कि बीजेपी तिरंगा फहराने के जरिए दंगा भी करवा सकती है. अखिलेश के इस बयान के बाद से ही यूपी की सियासत में बवाल मच गया है.
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एसपी अध्यक्ष के इस बयान पर केशव ने कहा कि दंगे को राष्ट्रीय तिरंगे के साथ जोड़कर देखना, मुझे लगता है कि यह अखिलेश यादव के अंदर की विचलन है.
उन्होंने आगे कहा,
“अखिलेश यादव को केवल अपना कार्यकाल याद आता है. आज बीजेपी की सरकार में कोई दंगा करके देख ले, उसके लिए जेल के दरवाजे खुले हैं. दंगाइयों पर कठोर से कठोर कार्रवाई करने को बीजेपी सरकार कार्यबद्ध है. हमारा लक्ष्य दंगा मुक्त प्रदेश, गरीबी मुक्त प्रदेश, रोजगार युक्त प्रदेश बनाना है. मगर अखिलेश यादव का लक्ष्य है जातिवादी, दंगावादी, भूमाफियावादी, भ्रष्टाचारवादी…इस प्रकार वो प्रदेश चाहते हैं, लेकिन अब वो युग बीत गया. अब न मुलायम सिंह यादव प्रदेश के मुख्यमंत्री हैं, ना अखिलेश यादव मुख्यमंत्री हैं. जनता ने लगातार कई चुनावो में समाजवादी पार्टी को हराने का काम किया है.”
केशव प्रसाद मौर्य
अखिलेश के ‘बीजेपी केशव प्रसाद मौर्य को आगे करती है, पिछड़ों के नाम पर वोट लेती है, मगर पिछड़ों का कोई कार्य नहीं करती. बीजेपी केशव प्रसाद मौर्य के चेहरे का दुरुपयोग कर रही है.’ बयान पर उप मुख्यमंत्री ने कहा, “यह अखिलेश यादव की हताशा है. अखिलेश यादव को यह लगता है कि वह मुख्यमंत्री बने थे और मुख्यमंत्री के बेटे हैं और मुख्यमंत्री की कुर्सी पर उनका ही अधिकार है. केवल वही पिछड़ों के नेता हो सकते हैं, बाकी और कोई पिछड़ों का नेता नहीं हो सकता… मुझे लगातार पार्टी की ओर से अवसर दिया जा रहा है, यह उनको सहन नहीं हो रहा.”
उप मुख्यमंत्री ने आगे कहा, “अखिलेश यादव को लगा कि केशव प्रसाद मौर्य चुनाव हार गए, तो कम से कम उन्हें राहत मिलेगी, मगर हार के बाद भी पार्टी ने दोबारा मुझे उत्तर प्रदेश का मुख्यमंत्री बना दिया. जिससे अखिलेश यादव हताश, निराश और उदास हो जाते हैं, क्योंकि उनको लगा कि अब हम पिछड़ों को धोखा नहीं दे पाएंगे, आंकड़ों में फंसा कर नहीं रख पाएंगे, उनको जाति के आधार पर बांट नहीं सकते, क्योंकि अखिलेश यादव कुछ का साथ और कुछ का विकास करते हैं.”
शुक्रवार को कांग्रेस ने महंगाई, बेरोजगारी और कई खाद्य वस्तुओं को जीएसटी (वस्तु एवं सेवा कर) के दायरे में लाए जाने के खिलाफ प्रदर्शन किया. प्रदर्शन के दौरान कांग्रेस नेताओं द्वारा काले कपड़े पहनने पर केशव ने कहा, “5 अगस्त को जो राम मंदिर बनने का कार्य प्रारंभ अयोध्या धाम में प्रधानमंत्री मोदी के द्वारा किया गया ऐतिहासिक है. 5 अगस्त आज भी कांग्रेस के मन में चुभता है, क्योंकि कांग्रेस ने वहां पर रामलला का मंदिर नहीं बनने दिया और मोदी जी के नेतृत्व में भारतीय जनता पार्टी की सरकार आई और अयोध्या धाम में रामलला मंदिर का निर्माण प्रारंभ हुआ.”
उन्होंने आगे कहा, “कांग्रेस ने जहां जम्मू कश्मीर में धारा 370 लगाने का कार्य किया, वही अमित शाह ने गृह मंत्री बनते ही धारा 370 जम्मू कश्मीर से हटा दिया. यह दर्द कांग्रेस का साफ बताता है कि कांग्रेस को ना राष्ट्रपति भक्ति स्वीकार है ना ही राम भक्ति. इसीलिए इन सभी का विरोध करने के लिए काले कपड़े पहने और काले काले-कारनामों को छुपाने के लिए यह प्रदर्शन किया गया.”
अयोध्या दिवस पर कांग्रेस ने काले कपड़े में प्रदर्शन कर रामभक्तों का किया अपमान: CM योगी
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