Mainpuri Byelection: सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव के निधन से खाली हुई मैनपुरी लोकसभा सीट पर 5 दिसंबर को उपचुनाव होना है. समाजवादी पार्टी ने डिंपल यादव (Dimple Yadav) को अपना प्रत्याशी बनाया है ताकि वह अपनी परंपरागत सीट जीतकर उसे बचा सके. डिंपल यादव को जिताने के लिए पूरा यादव परिवार जोश-शोर से प्रचार कर रहा है. वहीं चाचा शिवपाल भी बहू डिंपल को जीतने के लिए प्रचार में जुटे हैं. शुक्रवार प्रचार के दौरान शिवपाल यादव ने एक बड़ा बयान दिया है.
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शिवपाल सिंह यादव ने शनिवार को कहा कि अखिलेश 2022 में मेरा फ़ायदा नहीं उठा पाए, मुझे साथ लेते तो मुख्यमंत्री होते.
वहीं अखिलेश यादव से नाराज़गी पर बोले शिवपाल यादव ने कहा कि 2022 में मुझे जिम्मेदारी नहीं मिली थी, जिम्मेदारी मिलती तो हर विधानसभा में 10 से 50-50 हज़ार वोट बढ़ जाते. तब 250 सीटें होती सपा की और अखिलेश यादव मुख्यमंत्री होते. इस चुनाव में यहाँ हमें पूरा समर्थन मिल रहा है, अब हमें एक रहना है और आगे भी एक रहना है.उन्होंने कहा कि डिंपल यादव की बड़ी जीत होगी. जसवंतनगर और करहल में वोट देने का कॉम्पटिशन होता है,अभी तक जसवंतनगर आगे रहा. अब हम चाहते हैं कि वोट देने के मामाले में करहल आगे रहे जसवंतनगर से.
वहीं बीजेपी प्रत्याशी रघुराज शाक्य के बारे में बोले शिवपाल यादव ने कहा कि वह अपने समाज के भी नहीं हुए, हमसे कभी नहीं पूछा, वो छिप कर गए चुनाव लड़ने. गुरु मानता तो पूछना चाहिए था, छिप कर चुनाव लड़ने नहीं जाना चाहिए था.
आपको बता दें कि लंबे समय से चल रहे मतभेदों को भुलाकर अखिलेश और शिवपाल यादव एक बार फिर साथ आए हैं. गौरतलब है कि विधानसभा चुनाव के बाद से ही चाचा-भतीजे के संबंध तल्ख चल रहे थे और अखिलेश यादव ने एक चिट्ठी जारी कर शिवपाल को यह तक कह दिया था कि उन्हें जहां सम्मान मिलता है वह वहां जाने के लिए स्वतंत्र हैं.
मैनपुरी उपचुनाव: शिवपाल बोले- रघुराज हमारे ना शिष्य और ना चेले, बहू के खिलाफ नहीं लड़ते
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