मैनपुरी उपचुनाव: अखिलेश यादव के सारथी के तौर पर स्वामी प्रसाद मौर्य ने संभाला मोर्चा

मैनपुरी लोकसभा का उपचुनाव अपने चरम पर है और इस सियासी रण में अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) के सारथी के तौर पर सपा के MLC…

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मैनपुरी लोकसभा का उपचुनाव अपने चरम पर है और इस सियासी रण में अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) के सारथी के तौर पर सपा के MLC स्वामी प्रसाद मौर्य (Swami Prasad Maurya) मैनपुरी में मोर्चा संभाले हुए हैं. शुक्रवार को मैनपुरी में एक जनसभा के दौरान स्वामी प्रसाद मौर्य ने फिर एक बार पीएम मोदी-सीएम योगी को लपेटे में लेते हुए सीधे-सीधे भाजपा को लपेटे में ले लिए और यहां तक कह डाला कि भाजपा के लोग कहते हैं कि मोदी जी आए राम को लाए. जैसे लगता है राम को इन्हीं ने पैदा किया है.

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स्वामी प्रसाद मौर्य यहीं नहीं रुके. उन्होंने तो यहां तक कह दिया कि भाजपा के लोग बाबा साहब डॉ. अंबेडकर के संविधान को बदलने की कोशिश कर रहे हैं. अगर दलित और पिछड़े चुप रहे तो बाबा साहब का ये संविधान और आपका आरक्षण सुरक्षित नहीं रहेगा.

बता दें कि मैनपुरी लोकसभा के उपचुनाव में भाजपा ने रघुराज सिंह शाक्य को मैदान में उतारा है. रघुराज सिंह शाक्य पिछड़ी शाक्य मौर्य बिरादरी से आते हैं और मैनपुरी की लोकसभा सीट पर 3 लाख के करीब शाक्य वोटर हैं. ऐसे में शाक्य बिरादरी को अपने पाले में करने के लिए सपा भी लगातार स्वामी प्रसाद मौर्य को मैदान में मौर्चा संभालने के लिए ले आई है.

इस बात का अंदाजा आप इन फोटो को देखकर लगा सकते हैं कि जब मैनपुरी में ये जनसभा चल रही थी तो अखिलेश यादव के साथ सोफे पर पहले सपा के विशेष महासचिव रामगोपाल यादव बैठे दिखते हैं लेकिन जैसे ही वहीं पर स्वामी प्रसाद मौर्य पहुंचते हैं तो रामगोपाल यादव अपनी सीट छोड़कर अखिलेश यादव के साथ स्वामी प्रसाद मौर्य को सोफे पर बैठाते हैं.

फिलहाल ये देखना दिलचस्प होगा कि आगे आने वाले समय में क्या सपा मैनपुरी का अपना किला बचा पाती है या फिर भाजपा अपनी राजनीतिक बिसात में सपा को पटखनी दे जाती है.

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