Mainpuri by election: यूपी में मैनपुरी लोकसभा, रामपुर और खतौली विधानसभा उपचुनावों को लेकर नेताओं के बीच जुबानी जंग काफी तेज हो चुकी है. खासकर मैनपुरी में सपा और बीजेपी के बीच गजब की रस्साकस्सी दिख रही है. दोनों दलों के नेता एक दूसरे को पर एक से एक व्यंग्य बाण चला रहे हैं. इसी क्रम में अखिलेश यादव ने मंगलवार को मैनपुरी की एक जनसभा में सीएम योगी को निशाने पर लिया. असल में अखिलेश यादव ने सीएम योगी के उस पेंडुलम और फुटबॉल वाले तंज का जवाब दिया, जो उन्होंने शिवपाल यादव के लिए कसा था.
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आइए आपको पहले बताते हैं कि अखिलेश यादव ने मैनपुरी में क्या कहा.
अखिलेश यादव ने कहा कि, ‘मुख्यमंत्री जी हमारे चाचा को कहकर गए कि वो पेंडुलम की तरह हैं और फुटबॉल की तरह इधर-उधर हैं. वह जानते नहीं हैं कि हमारे चाचा ऐसा झूला झुलाएंगे उन्हें, क्योंकि कोई पेंडुलम न जाने तो सबसे अच्छा उदाहरण झूला ही है. आपको बता होगा कि कोई पुराना आदमी जब किसी नए बच्चे को झूले पर बैठा झुलाता है, तो कैसे बच्चा रोता है. नेताजी तो थे ही पुराने राजनीति में, लेकिन चाचा भी हमारे राजनीति में पुराने खिलाड़ी हैं.’
अब यह जानिए कि आखिर पेंडुलम, फुटबॉल का जिक्र कहां से आया
असल में सीएम योगी सोमवार को मैनपुरी के करहल इलाके में एक चुनावी जनसभा करने पहुंचे थे. यहां उन्होंने शिवपाल यादव की तुलना पेंडुलम और फुटबॉल से की थी. सीएम योगी ने कहा था, ‘मैं एक दिन बयान पढ़ रहा था चाचा शिवपाल का, उनकी स्थिति पेंडुलम जैसी हो गई है. पिछली बार आपने देखा होगा कितना बेइज्जत करके भेजा, कुर्सी तक नहीं मिली, कुर्सी के हैंडल पर बैठना पड़ा था.’ सीएम योगी ने आगे कहा था, ‘‘जीवन में कभी पेंडुलम नहीं बनना चाहिए, पेंडुलम का कोई मतलब नहीं होता है. वह (शिवपाल) फुटबॉल बन गए हैं, उन्हें फुटबॉल बनने से बचना होगा.’’
शिवपाल बोले- अखिलेश ने बहुत अच्छा जवाब दिया, अब डिंपल गोल करेगी
अपनी तुलना ‘‘फुटबॉल और पेंडुलम’’ से करने के बारे में पूछे जाने पर शिवपाल यादव ने कहा, ‘पेंडुलम पर तो अखिलेश ने बहुत अच्छा जवाब दे दिया है. हमें फुटबॉल भी कहा. जो अच्छा खिलाड़ी होता है, वो सीधा गोल करता है. अब डिंपल गोल करेगी. सीधा मैनपुरी में डिंपल गोल करेगी.’
आपको बता दें कि राज्य सरकार ने शिवपाल यादव की सुरक्षा में भी कटौती कर दी है. राज्य सरकार ने प्रगतिशील समाजवादी पार्टी-लोहिया (प्रसपा) के अध्यक्ष शिवपाल की सुरक्षा ‘जेड श्रेणी’ से घटाकर ‘वाई श्रेणी’ की कर दी है. सुरक्षा में कटौती का फैसला शिवपाल और अखिलेश के बीच मतभेद समाप्त होने और एक बार फिर हाथ मिलाने के बाद सामने आया है.
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