मशहूर शायर मुनव्वर राणा ने सोमवार, 22 नवंबर को यूपी तक के साथ बातचीत में कृषि कानून, लखीमपुर खीरी हिंसा और सीएए-एनआरसी समेत अन्य मुद्दों पर अपनी राय रखी. इस दौरान मुनव्वर राणा मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर तंज कसते हुए उन पर हमलावर दिखे.
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मशहूर शायर ने बातचीत के दौरान कहा,
“सीएए-एनआरसी के दौरान काफी लोग मरे, उस पर हमारे योगी जी ने फौरन सब पर टैक्स लगा दिया सरकारी नुकसान का. माफ कीजिएगा 41 कारों का कॉन्वॉय लेकर योगी चलते हैं, ये सबसे बड़ा सरकारी नुकसान है. एक शरीफ मुख्यमंत्री जो होता है, जैसे ममता बनर्जी, एक गाड़ी पुलिस की आगे चलती है एक पीछे, उसी में वो पूरा बंगाल घूमती हैं. ये जो 41 गाड़ियों का खर्च है ये पब्लिक प्रॉपर्टी है, जो योगी जी की नक्शेबाजी पर खर्च हो रहा है.”
मुनव्वर राणा.
मुनव्वर राणा ने सीएम योगी को घेरते हुए आगे कहा, “योगी जी कहते हैं, हमारे यहां कोई दंगा नहीं होता, कैसी बेवकूफी की बात करते हैं हमारे मुख्यमंत्री. अब दंगा कहां होता है उत्तर प्रदेश या हिंदुस्तान में, अब तो कत्लेआम होता है.”
मुनव्वर राणा ने पीएम मोदी को लिया निशाने पर
कृषि कानूनों के वापसी की घोषणा पर मुनव्वर राणा ने कहा, “मैं मोदी जी को दिल से मुबारकबाद देता हूं. उन्होंने जो भी फैसला लिया है, सोच समझकर लिया है. हालांकि, उन्होंने कहा कि हमारी तपस्या में कुछ कमी रह गई होगी, लेकिन कहा यह जा सकता है कि उनसे कोई गुनाह हो गया था जिससे 700 किसान खत्म हो गए.”
लखीमपुर खीरी हिंसा पर क्या बोले मुनव्वर राणा?
लखीमपुर खीरी के तिकुनिया में 3 अक्टूबर को हुई हिंसा मामले पर मुनव्वर राणा ने कहा, “सबसे ज्यादा शर्म की बात ये हुई कि ये जो गृह राज्य मंत्री है इसके बेटे ने जिस तरह जिंदा किसानों को कुचला है, अगर कोई दूसरा मुल्क होता तो यह गृह राज्य मंत्री और उसके बेटे को फांसी पर चढ़ा दिया जाता या कुचल कर मरवा दिया जाता.”
इसके अलावा मुनव्वर राणा ने कहा,
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“मोदी जी पीएम केयर फंड से 700 किसानों को एक-एक करोड़ रुपये दे दें और ये जो कुचल कर मारे गए हैं इन्हें (किसान) कम-से-कम पांच-पांच करोड़ रुपये देने चाहिए.”
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“सीएए-एनआरसी कानून मुस्लिम दुश्मनी में बनाया गया है, ये कोई कानून नहीं है ये मुसलमानों को एक तरह की सजा दी है.”
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“सीएए-एनआरसी के मुकाबले में कपिल मिश्रा जैसा गुंडा पैदा कर दिया, अनुराग ठाकुर जैसा एक डायलॉग राइटर पैदा कर दिया.”
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“सऊदी अरब से ज्यादा इंसानियत हिंदुस्तान में थी और आज भी है, उसको बर्बाद किया जा रहा. हम इसकी इजाजत नहीं दे सकते.”
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“होगा वही जो दुनिया चाहेगी, वो नहीं होगा जो मोदी चाहेंगे.”
”ये कैसा लोचा, आगे से शॉल पीछे से अंगोछा”, मोदी-योगी की तस्वीरों पर विपक्ष ने ली चुटकी
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