‘आसमान से बरसती आग’ के बीच इन दिनों उत्तर प्रदेश के लोगों को बिजली कटौती का सामना करना पड़ रहा है. शहरी और देहात इलाकों में हो रही बिजली कटौती ने लोगों की दिक्कतें बढ़ा दी हैं. मगर इन सब के बीच यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ की ओर से मुख्यमंत्री कार्यालय ने ट्वीट कर उपभोक्ता को उसकी जिम्मेदारी बताते हुए बिल का भुगतान करने की नसीहत दी है. अब इसी नसीहत पर पलटवार करते हुए समाजवादी पार्टी (एसपी) के मुखिया अखिलेश यादव ने तंज कसा है और सरकार को सवालों के घेरे में खड़ा किया है.
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विस्तार से जानिए पूरा मामला
दरअसल रविवार को सीएम योगी कि ओर से मुख्यमंत्री कार्यालय ने ट्वीट कर कहा,
“बिजली आपूर्ति होती रहे इसके लिए बिल का भुगतान जरूरी है. बिजली का उपभोग करने वाले हर उपभोक्ता की यह जिम्मेदारी है कि वह समय से बिजली बिल का भुगतान करे.”
CM Office, GoUP
अब मुख्यमंत्री कार्यालय की इसी नसीहत का एसपी चीफ अखिलेश यादव ने जवाब दिया है. उन्होंने कहा है, “बीजेपी ने चुनाव में कहा कि किसानों को अगले 5 साल बिजली बिल नहीं देना पड़ेगा पर अब कह रहे हैं कि हर एक उपभोक्ता भुगतान करे तभी आपूर्ति होगी. ये सरकार बताए कि एसपी के समय में जो उत्पादन क्षमता बढ़ी थी, उसमें इस सरकार ने कोई बढ़ोत्तरी क्यों नहीं करी व जनता पर बिजली संकट क्यों थोपा?”
आपको बता दें कि इन दिनों कोयले की कमी की वजह से देश में बिजली संकट गहराने के बीच व्यस्त समय में बिजली कमी भी बढ़ी है. दिलचस्प तथ्य यह है कि देशभर में तेज गर्मी के बीच पिछले सप्ताह में बिजली की आपूर्ति तीन बार रिकॉर्ड स्तर पर पहुंची.
ऊर्जा मंत्री ने कहा था- ‘जनता बचत करे’
आपको बता दें कि इससे पहले ऊर्जा मंत्री एके शर्मा ने ट्वीट कर कहा था, “”गर्मी के कारण बिजली की मांग बढ़ी है. वहीं कई बिजली उपक्रम तकनीकी कारणों से हफ्तों से बंद हैं. ऐसे में बिजली की बचत का सभी प्रयास करें. हमारे विद्युत कर्मी निर्बाध आपूर्ति के लिए रात-दिन अपने कार्य में लगे हैं. सहयोग प्रार्थनीय है.”
गौरतलब है कि इससे पहले सीएम योगी ने कहा था, “विद्युत की अबाधित आपूर्ति के लिए आवश्यकतानुसार अतिरिक्त बिजली की व्यवस्था की जाए. ट्रांसफॉर्मर खराब होने अथवा तार आदि के टूटने की स्थिति में बिना देरी समस्या का समाधान किया जाए.”
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