समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय प्रमुख महासचिव रामगोपाल यादव ने देश के मुख्य निर्वाचन आयुक्त को पत्र लिखकर रामपुर विधानसभा सीट पर सोमवार को हुए उपचुनाव को निरस्त कर वहां पुनःमतदान कराने की मांग की है.
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समाजवादी पार्टी द्वारा लखनऊ में बुधवार को जारी एक बयान के मुताबिक, रामगोपाल ने मुख्य निर्वाचन आयुक्त राजीव कुमार को लिखे पत्र में कहा है कि रामपुर विधानसभा उपचुनाव में हुए मतदान में शासन द्वारा बड़े पैमाने पर धांधली कराई गई है, लोगों को वोट डालने से रोका गया है और पुलिस की बर्बरता से कई लोग घायल हुए.
उन्होंने पुलिस की कथित बर्बरता के फोटो भी प्रमाण स्वरूप संलग्न किए हैं. रामगोपाल ने कहा है कि रामपुर में इस बार मतदान का प्रतिशत पिछले चुनावों की तुलना में काफी कम रहा है इसलिए वहां पुनःमतदान कराया जाना चाहिए.
विधानसभा में सपा के मुख्य सचेतक मनोज पांडे ने पार्टी के प्रदेश मुख्यालय पर संवाददाता सम्मेलन में आरोप लगाया कि सरकार ने सोमवार को हुए रामपुर विधानसभा उपचुनाव में अन्याय की पराकाष्ठा कर दी और जिस तरह पुलिस की मदद से एक खास धर्म और वर्ग के मतदाताओं को वोट देने से रोका गया वह लोकतंत्र की हत्या के समान है.
उन्होंने कहा, ‘हम चुनाव आयोग सहित सभी संवैधानिक संस्थाओं से अपील करते हैं कि वे रामपुर उपचुनाव के दौरान हुई ज्यादती का स्वत: संज्ञान लेते हुए जांच कराएं क्योंकि अब यह मामला किसी व्यक्ति का नहीं है बल्कि लोकतंत्र की रक्षा का है।’
गौरतलब है कि रामपुर विधानसभा सीट आजम खां को 2019 में नफरत भरा भाषण देने के मामले में पिछले महीने तीन साल की सजा सुनाए जाने के कारण उनकी सदस्यता रद्द होने के चलते खाली हुई थी.
इस सीट पर उपचुनाव के तहत सोमवार को 33.94% मतदान हुआ था। आजम खां के परिजन ने भी पुलिस पर मुस्लिम मतदाताओं को घर से नहीं निकलने देने और वोट डालने जा रहे लोगों पर लाठीचार्ज करने का आरोप लगाया था. सपा ने इस मुद्दे को लेकर चुनाव आयोग से कई बार शिकायत की थी.
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