रामपुर में लोकसभा उपचुनाव को लेकर राजनीतिक सरगर्मियां बढ़ गई हैं. चर्चाओं की बात करें तो अखिलेश यादव ने रामपुर उपचुनाव के टिकट का मामला आजम खान की मर्जी पर छोड़ दिया है. आजम अगर चाहें तो अपने परिवार को लड़ाएं या फिर किसी और को. चर्चा इस बात की भी है कि क्या आजम खान अपनी बहू सिदरा अदीब आज़म को चुनाव में उतारेंगे. हालांकि आजम खान के करीबियों का मानना है कि आजम खान परिवार को उप चुनाव लड़ाने का खतरा नहीं उठाएंगे.
ADVERTISEMENT
आजम खान के इर्द-गिर्द के लोगों के बीच चर्चा इस बात की भी है कि पूर्व राज्यपाल अजीज कुरैशी को रामपुर से लड़ाया जा सकता है. फिलहाल इसे लेकर आजम खान या अखिलेश में से किसी ने भी अपने पत्ते नहीं खोले हैं. यह भी कहा जा रहा है कि भले चीजें सार्वजनिक न हुई हों, लेकिन इतना तो तय है कि आजम और अखिलेश की हालिया मुलाकात में इस बात पर चर्चा जरूर हुई है.
उधर रामपुर सीट पर बीजेपी की तरफ से 3 दावेदारी सामने आई है. राज्यसभा टिकट नहीं मिलने के बाद केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी का नाम रामपुर उपचुनाव के लिए सबसे आगे माना जा रहा है. ऐसा कहा जा रहा है कि पार्टी उन्हें रामपुर से उपचुनाव लड़ा सकती है. जयाप्रदा भी इन दिनों सक्रिय हैं और उपचुनाव को लेकर दिल्ली में उन्होंने डेरा डाल रखा है. ऐसे में बीजेपी जयाप्रदा को लेकर क्या विचार बना रही है, यह भी चर्चा का विषय है.
वहीं आजम खान के खिलाफ रामपुर से विधानसभा चुनाव लड़ चुके आकाश सक्सेना की दावेदारी भी सामने आ रह है. आपको बता दें कि आजम खान के खिलाफ चले मामलों और उनके जेल जाने के पीछे के नामों में आकाश सक्सेना का जिक्र होता है. हालांकि कहा जा रहा है कि एक-दो दिनों में यह साफ हो जाएगा कि आजम खान अपने परिवार को यह टिकट देते हैं या पार्टी के किसी कार्यकर्ता को या फिर अपने किसी चहेते नेता को.
बीजेपी भी इस बात की टोह ले रही है कि आजम खान रामपुर में कौन सी चाल चलते हैं. इसी के हिसाब से बीजेपी भी रामपुर में आजम के राजनीतिक गढ़ को ध्वस्त करने के लिए अपनी गोटियां भी बिठाने की जुगत में है.
ADVERTISEMENT