रामचरित मानस पर विवाद अभी थमा ही नहीं है कि अखिलेश यादव और सपा नेता स्व. मुलायम सिंह को भगवान से ऊपर बताते हुए एक गीत सामने आया है, जो काफी चर्चा का विषय भी बना हुआ है. गाजीपुर के कद्दावर समाजवादी पार्टी के नेता और पूर्व एमएलसी काशीनाथ यादव ने स्व. नेता मुलायम सिंह यादव को भगवान का दर्जा देते हुए गीत गाया है. जिसमें उन्होंने नेता जी को ब्रह्मा से ऊपर बताया है.
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यूपी तक से खास बातचीत में एक्स एमएलसी ने बताया कि उन्होंने मुलायम सिंह में भगवान के सभी रूप देखे हैं और अखिलेश यादव में उनकी ही छवि दिखाई देती है. इसलिए खुद की प्रेरणा से उन्होंने इन दोनों पर गीत लिखकर उसे गाया है.
अस्सी के दशक में यूपी बिहार में बिरहा गायकी में मशहूर काशीनाथ यादव, 1994 में काशीराम के संपर्क में आए. 17 अप्रैल 1994 में काशीराम ने पत्र भेजकर उन्हें लखनऊ बुलाया और एमएलसी बनाए. काशीनाथ यादव खुद बताते हैं कि बीएसपी ने सर्वप्रथम एमएलसी बनाया, लेकिन फिर वे मुलायम सिंह के साथ जुड़ गए और फिर मुलायम सिंह ने उन्हें दो बार यानी कुल तीन टर्म यूपी में एमएलसी रहे. मुलायम सिंह ने उन्हें सपा के सांस्कृतिक प्रकोष्ठ का राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाया और वे झारखंड के काफी लंबे समय तक प्रभारी रहे.
एमएलसी रहे काशीनाथ ने बताया कि विधानपरिषद में भोजपुरी में बोलने की परमिशन सभा के अध्यक्ष रहे पंचानन राय ने उन्हीं के कहने पर शुरू की और उनका बिरहा इलाहाबाद विश्व विद्यालय के सेलिबस में भी पढ़ाया जा रहा है. काशीनाथ यादव ने यूपीतक को बताया कि वे जल्द ही नेता जी मुलायम सिंह का मंदिर भी बनवाएंगे और पूजा भी करेंगे. हालांकि, उन्होंने कहा कि वे और उनके लोग पूजा शुरू भी कर चुके हैं.
रामचरित मानस विवाद पर उनका साफ कहना था कि उसकी कई पंक्तियों पर आपत्ति है. यही नहीं उन्होंने मनुस्मृति के दोहों पर भी सवाल उठाया लेकिन उसपर बहस से बचते भी नज़र आए. उन्होंने कहा कि इन पंक्तियों पर उपजे विवाद में उन्हें कोई राजनीति नहीं दिखती, लेकिन अखिलेश यादव का ये स्टैंड पार्टी को फायदा पहुचाएगा या नुकसान ये राष्ट्रीय अध्यक्ष जी ही बताएंगे. वे तो सिर्फ सिपाही हैं. फिलहाल सपा नेता मुलायम सिंह के साथ अखिलेश यादव को भगवान से ऊपर बताते हुए गीत लिखने और गाने वाले पूर्व एमएलसी जल्द ही क्षेत्र में उन नेताओं का मंदिर भी बनवाएंगे और पूजा भी करवाएंगे.
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