उत्तर प्रदेश के आगामी विधानसभा चुनाव से ठीक पहले समाजवादी पार्टी (एसपी) के संस्थापक मुलायम सिंह यादव की छोटी बहू अपर्णा यादव भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) में शामिल हो गई थीं. अब चर्चा यह है कि बीजेपी मैनपुरी की करहल विधानसभा सीट से अपर्णा यादव को चुनाव लड़ा सकती है. वहीं, अपर्णा ने भी संकेत दिया है कि पार्टी का जो निर्णय होगा, उसे वह मानेंगी. बता दें कि मैनपुरी की करहल सीट वही है जिस पर एसपी अध्यक्ष अखिलेश यादव आगामी चुनाव लड़ रहे हैं.
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राजनीति में कई निर्णय चुनावी हार जीत के अलावा माहौल बनाने के लिए भी लिए जाते हैं. चुनावी दांव पेच में नेताओं के पार्टी छोड़ने और जॉइन करने से राजनीतिक माहौल बनता और बिगड़ता भी है. बीजेपी इस माहौल को बनाने में माहिर पार्टी मानी जाती है. मुलायम परिवार की छोटी बहू अपर्णा यादव के बीजेपी में शामिल होने का निर्णय भी कुछ इसी लिहाज से देखा जा रहा है. अपर्णा यादव ने बीजेपी जॉइन की, तो ये संदेश दिया गया कि मुलायम परिवार में ‘फूट’ है.
आपको बता दें कि अखिलेश यादव सोमवार को करहल में अपना नामांकन दाखिल करेंगे. बीजेपी ने अब तक करहल से अपने प्रत्याशी की घोषणा नहीं की है. अब चर्चा है कि बीजेपी अपर्णा यादव को करहल से चुनाव लड़ा सकती है. अगर करहल सीट से अपर्णा यादव चुनाव लड़ती हैं तो यह चुनाव उनके लिए आसान तो नहीं होगा, लेकिन दिलचस्प जरूर होगा.
अपर्णा यादव का भले ही करहल में मुलायम परिवार की बहू होने के अलावा और कोई दूसरा रिश्ता ना रहा हो, वह सामाजिक और राजनैतिक तौर पर करहल में सक्रिय ना रही हों, लेकिन चुनावी माहौल में संदेश देने की कोशिश में माहिर बीजेपी यह दांव खेल सकती है.
आपको बता दें कि अपर्णा यादव के करहल से चुनाव लड़ने को लेकर फिलहाल अधिकारिक तौर पर निर्णय होना बाकी है, लेकिन अपर्णा यादव ने इतना जरूर कहा कि ‘चुनाव लड़ना है, नहीं लड़ना है या कहां से लड़ना है इसे पार्टी तय करेगी. पार्टी का जो निर्णय होगा वह मान्य होगा.’
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