उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 के बीच बहुजन समाज पार्टी (बीएसपी) की सुप्रीमो मायावती ने सोमवार, 21 फरवरी को प्रयागराज में चुनावी जनसभा संबोधित कर पार्टी उम्मीदवारों के लिए वोट मांगे. इस मौके पर मायावती ने एक तीर से कई निशाने साधे. मायावती ने समाजवादी पार्टी (एसपी) और भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) पर तीखा हमला बोला तो साथ ही वह कांग्रेस पार्टी पर भी हमलावर रहीं.
ADVERTISEMENT
प्रयागराज के केपी इंटर कॉलेज मैदान में हुई जनसभा की खास बात ये रही कि मायावती ने यहां ‘सोशल इंजीनियरिंग’ पर ज्यादा फोकस नहीं किया, जबकि लोगों के बुनियादी मुद्दों पर ही अपनी बात रखी. मायावती ने बेरोजगारों को रोजी-रोटी के साधन मुहैया कराने का वादा किया, तो साथ ही कर्मचारियों को पुरानी पेंशन बहाल करने की बात भी कही.
बीएसपी सुप्रीमो मायावती ने योगी सरकार पर जाति और धर्म के आधार पर काम करने और फैसला लेने का आरोप लगाया, साथ ही कानून व्यवस्था और दूसरे मुद्दों पर अपनी पार्टी के लिए वोट मांगे.
उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने इस रैली में एसपी और बीजेपी दोनों को एक जैसा बताने की कोशिश की और यह कहा कि अगर वह पांचवीं बार मुख्यमंत्री बनती हैं तो जनता की जरूरतों का ख्याल रखेंगी. उन्होंने लोगों को मिल रही सरकारी योजनाओं की तर्ज पर तमाम मदद करने का भी ऐलान किया. इस दौरान मायावती ने मुफ्त आवास देने के साथ ही तमाम दूसरी सुविधाएं मुहैया कराने का भी वादा किया.
भीड़ के नजरिए से देखा जाए तो मायावती की यह रैली ‘कामयाब’ कही जाएगी, लेकिन इस जनसभा में ना तो मायावती ने आक्रमक तेवर दिखाए और ना ही समर्थकों में पहले जैसा ‘जोश और जज्बा’ नजर आया.
यूपी चुनाव: मायावती बोलीं- ‘ओपिनियन पोल के बहकावे में न आएं, फिर 2007 की तरह सरकार बनेगी’
ADVERTISEMENT