उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव की सरगर्मियों के बीच पार्टी टिकट न मिलने से नाराज नेताओं के बागी तेवर लगातार देखने को मिल रहे हैं. इस बीच मथुरा जिले की मांट विधानसभा सीट से 2017 का चुनाव लड़ने वाले भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य एसके शर्मा ने इस बार विधानसभा चुनाव में इस सीट से उन्हें टिकट न दिए जाने पर नाराजगी जताते हुए पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से मंगलवार को इस्तीफा दे दिया.
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न्यूज एजेंसी एएनआई से बात करते हुए एसके शर्मा ने कहा,
“मैं 5 साल से बीजेपी के लिए काम कर रहा हूं और मैंने करोड़ों रुपये खर्च किए, लेकिन उन्होंने मुझे धोखा दिया. मेरा लक्ष्य आगामी चुनाव में 1.25 लाख वोट हासिल करना था.”
एसके शर्मा
आपको बता दें कि बीजेपी ने उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए अपनी पहली सूची जारी करते हुए शनिवार को मथुरा की मांट विधानसभा सीट से पार्टी की प्रदेश इकाई के प्रवक्ता राजेश चौधरी को उम्मीदवार घोषित किया था. इससे नाराज शर्मा के समर्थक तभी से बीजेपी के कार्यालय पर लगातार विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं.
शर्मा ने संवाददाताओं से बातचीत के दौरान आरोप लगाया कि उन्हें साजिश के तहत टिकट नहीं दिया गया. इस दौरान एसके शर्मा संवाददाताओं के समक्ष फूट-फूट कर रो पड़े. उन्होंने कहा, “बीजेपी की अब वह विचारधारा नहीं रही, जिसके लिए वह अन्य दलों से अलग मानी जाती थी. अब तो यहां ‘खाने और खिलाने’ वाले नेताओं की भरमार है. अब पार्टी में सिर्फ राम नाम की लूट मची हुई है.”
गौरतलब है कि 2017 में मांट सीट से बहुजन समाज पार्टी प्रत्याशी श्याम सुंदर शर्मा ने जीत हासिल की थी और बीजेपी प्रत्याशी एसके शर्मा तीसरे स्थान पर रहे थे.
(भाषा के इनपुट्स के साथ)
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