स्कूटी बांटते रह गए अभिषेक सिंह पर जौनपुर से कृपाशंकर को मिल गया बीजेपी का टिकट, कौन हैं ये?

राजकुमार सिंह

02 Mar 2024 (अपडेटेड: 02 Mar 2024, 08:51 PM)

भारतीय जनता पार्टी ने उत्तर प्रदेश की 51 सीटों पर अपने उम्मीदवारों का ऐलान कर दिया है. बीजेपी की इस लिस्ट में जौनपुर के भाजपा उम्मीदवार का भी नाम है. बता दें कि पार्टी ने जौनपुर से कृपाशंकर सिंह को अपना उम्मीदवार बनाया है. इसे पूर्व आईएएस अभिषेक सिंह के लिए झटका माना जा रहा है.

अभिषेक सिंह और पीएम मोदी से मिलते हुए कृपाशंकर सिंह

ias abhishek singh Kripashankar Singh Jaunpur

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UP BJP Candidate: भारतीय जनता पार्टी ने उत्तर प्रदेश की 51 सीटों पर अपने उम्मीदवारों का ऐलान कर दिया है. बीजेपी की इस लिस्ट में जौनपुर के भाजपा उम्मीदवार का भी नाम है. बता दें कि पार्टी ने जौनपुर से कृपाशंकर सिंह को अपना उम्मीदवार बनाया है. इसे पूर्व आईएएस अभिषेक सिंह के लिए झटका माना जा रहा है.

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बता दें कि बांदा की जिलाधिकारी दुर्गा शक्ति नागपाल के पति और पूर्व आईएएस अभिषेक सिंह को भाजपा ने टिकट नहीं दिया है. आपको ये बता दें कि अभिषेक सिंह भाजपा में शामिल नहीं थे. मगर चर्चाएं थी कि वह भाजपा से टिकट चाह रहे थे. 

दरअसल अभिषेक सिंह पिछले काफी दिनों से जौनपुर में काफी एक्टिव हो गए थे. वह लोगों को राम मंदिर के दर्शन भी करवा रहे थे तो वहीं पुरस्कार में स्कूटी भी बांट रहे थे. वह हर वह काम कर रहे थे, जिससे वह सुर्खियों में भी लगातार बने हुए थे. माना यही जा रहा था कि अभिषेक सिंह अब आईएएस की पारी खेलने के बाद सियासत की पारी खेलना चाह रहे हैं और वह भाजपा की तरफ से चुनाव लड़ना चाह रहे हैं. मगर भाजपा ने कृपाशंकर सिंह को अपना उम्मीदवार बना दिया है.

जानिए कौन हैं कृपाशंकर सिंह

जौनपुर लोकसभा सीट पर भारतीय जनता पार्टी ने उत्तर भारतीयों के कद्दवार नेता और महाराष्ट्र के पूर्व गृह राज्य मंत्री कृपा शंकर सिंह को मैदान में उतारा है. जौनपुर जिले के सहोदरपुर ग्राम सभा के सामान्य किसान परिवार में जन्मे कृपा शंकर सिंह ने 21 साल की उम्र में मुंबई की ओर रुख किया था. इसके बाद उन्होंने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा.  

1972 से फार्मास्यूटिकल कंपनी में लैब असिस्टेंट के रूप में कार्य शुरू करने वाले कृपा शंकर सिंह ने 1977 में महाराष्ट्र कांग्रेस से राजनीतिक पारी शुरू की. 4 साल पहले ही जम्मू कश्मीर से धारा-370 हटाने के मुद्दे से प्रभावित होकर उन्होंने कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया और भाजपा में शामिल हो गए.

महाराष्ट्र की सियासत का रह चुके हैं प्रभावी चेहरा

बता दें कि कृपा शंकर सिंह महाराष्ट्र विधानसभा में चार बार और विधान परिषद में एक बार प्रतिनिधत्व कर चुके हैं. यहां तक की वह 2004 से 2009 तक महाराष्ट्र सरकार में गृह राज्य मंत्री के पद पर भी रह चुके हैं. बता दें कि उन्होंने 2 दिन पहले ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की थी. माना जा रहा है कि तभी उन्हें टिकट मिलने का रास्ता साफ हो गया था.

किसान परिवार से रखते हैं संबंध

बता दें कि कृपाशंकर सिंह का जन्म जौनपुर जिले में सदर तहसील क्षेत्र अंतर्गत सहोदरपुर में हुआ था. इनका जन्म 31 जुलाई 1950 में हुआ था. इनकी प्रारंभिक शिक्षा गांव के ही जय हिंद इंटर कॉलेज से हुई. कृपा शंकर सिंह रोजी-रोटी की तलाश में 1971 में गांव छोड़कर मुंबई की ओर चले गए थे. 

मिली जानकारी के मुताबिक, मुंबई में जाकर उन्होंने साल 1972 से 1975 तक फ्रेंच फार्मास्यूटिकल कंपनी RUSSEL PHARMA में लैब असिस्टेंट के तौर में नौकरी की. इसके बाद साल 1975 से 1989 तक दूसरी फार्मास्यूटिकल कंपनी में काम किया. इसी दौरान साल 1977 में वह कांग्रेस में शामिल हो गए. शुरुआत में कृपा शंकर सिंह ने यूथ कांग्रेस और सेवा दल में रहकर राजनीति की. फिर साल 1988 से 1989 तक प्रदेश संगठन मंत्री के पद पर कार्य किया. इसके बाद वह राजनीति में सफलता की सीढ़ी चढ़ते गए. बता दें कि कृपाशंकर सिंह साल 2008 से 2012 तक मुंबई कांग्रेस के अध्यक्ष भी रह चुके हैं.

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