उत्तर प्रदेश में महराजगंज के चौक बाजार में शुक्रवार, 21 सितंबर को ब्रह्मलीन गोरक्ष पीठाधीश्वर महंत अवैद्यनाथ की कांसे को बनी आदमकद प्रतिमा स्थापित की गई. इस प्रतिमा का अनावरण करने के लिए सीएम योगी की अध्यक्षता में देश के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह बतौर मुख्य अतिथि कार्यक्रम में उपस्थित हुए थे. उनके साथ जल शक्ति मंत्री महेंद्र सिंह व केंद्रीय वित्त राज्य मंत्री पंकज चौधरी के अलावा कई विशिष्ट अतिथि के साथ जिले के सभी विधायक भी आमंत्रित थे.
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विधायक जय मंगल कन्नौजिया, ज्ञानेंद्र सिंह, बजरंग बहादुर सिंह, प्रेम सागर पटेल और निर्दल विधायक अमन मणि त्रिपाठी भी कार्यक्रम में पहुंचे. विधायकों का पहुंचने का सिलसिला शुरू हुआ और निर्दल विधायक अमन मणि मंच पर थोड़ा जल्दी पहुंच गए. और यहीं से शुरू हुई कुर्सी पर बैठने की गफलत. दरअसल, अमन मणि त्रिपाठी डायस के बगल में एक कुर्सी पर जाकर बैठ गए थे. उस कुर्सी पर सिसवा के बीजेपी विधायक प्रेम सागर पटेल के नाम की पर्ची लगी थी. जब प्रेम सागर पटेल मंच पर पहुंचे तो अपने नाम की कोई कुर्सी नहीं देख मंच से नीचे उतर गए. इसके बाद व्यवस्थापकों ने फौरन मामले का समाधान कराया.
तो ऐसे हुआ मामले का निस्तारण
विधायक प्रेम सागर पटेल के मंच से उतरने के बाद व्यवस्थापक माहौल को भांप गए. फौरन डैमेज कंट्रोल शुरू हुआ. कर्मी गुलाब का फूल लेकर मंच पर पहुंचे. निर्दल विधायक अमन मणि त्रिपाठी को गुलाब का फूल देकर निवेदन किया कि जिस कुर्सी पर आप बैठे हैं वह कुर्सी बीजेपी विधायक के लिए आरक्षित है. इसको लेकर किसी में गलतफहमी न हो इसके लिए कुर्सी पर विधायक के नाम की पर्ची लगा दी गई है. कर्मचारियों के अनुरोध पर निर्दल विधायक अमन मणि त्रिपाठी मुस्कराते हुए उठे और विशिष्ट अथिति के लिए लगाई गई दूसरी कुर्सी पर जाकर बैठ गए. इसके बाद अपने नाम की आरक्षित कुर्सी खाली होने के बाद सिसवा विधायक प्रेम सागर पटेल आकार बैठे.
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि राजनाथ सिंह ने कहा-
“कभी उत्तर प्रदेश में गुंडे वर्दी पर भारी पड़ते थे आज वर्दीधारी उन गुंडों पर भारी हैं. योगी जी की सरकार ने अपराधियों की 18600 करोड़ रुपए की संपत्ति जब्त की है. यूपी में योगी आदित्यनाथ एक ऐसी शख्सियत हैं जिनका नाम लेते ही अपराधियों का दिल धड़कने लगता है.”
राजनाथ सिंह, केंद्रीय रक्षा मंत्री
प्रतिमा अनावरण समारोह में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा, “चौक बाजार क्षेत्र से ब्रह्मलीन महंत अवेद्यनाथ जी का विशेष लगाव था. जब यहां शिक्षा का केंद्र नहीं था, तब ब्रह्मलीन गुरु दिग्विजयनाथ के नाम पर पूज्य अवेद्यनाथ जी ने इंटर कॉलेज की स्थापना इस क्षेत्र में की. बालिकाओं के लिए डिग्री कॉलेज भी उन्हीं के प्रयासों से संभव हुआ है.”
बगल में बैठे थे सीएम योगी आदित्यनाथ, मुलायम-मायावती की तारीफ करने लगे संत
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