Uttar Pradesh By Election 2024 : उत्तर प्रदेश में लोकसभा चुनाव के बाद राजनीतिक पार्टियों की एक बार फिर अग्निपरीक्षा होने जा रही है. लोकसभा चुनाव के करीब पांच महीने बाद सूबे की 9 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव होने जा रहे हैं. इस सीटों पर होने वाले उपचुनाव के लिए सियासी बिसात बिछाई जाने लगी है. एक तरफ सपा-कांग्रेस की इंडिया गठबंधन है तो दूसरी तरफ भाजपा और उसके सहयोगी दल हैं. सीटों के बंटवारे को लेकर दोनों ही धड़ों में गहमागहमी देखी जा रही है. वहीं सीटों के बंटवारे को लेकर राहुल गांधी और अखिलेश यादव के बीच बातचीत हुई है, जिसके बाद ऐसी खबरें आने लगी कि सपा, फूलपूर सीट कांग्रेस को दे सकती है. फूलपुर सीट कांग्रेस के खाते में जाने की अटकलों के बीच सपा प्रत्याशी ने वहां से नमांकन भी कर दिया है.
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सपा प्रत्याशी ने किया नामांकन
बता दें कि फूलपुर सीट से समाजवादी पार्टी ने अपने प्रत्याशी की घोषणा पहले ही कर दी थी. वहीं बुधवार को सपा उम्मीदवार मुज्जतबा सिद्दकी ने फूलपुर सीट से अपना नामांकन भी कर दिया है. वहीं जब इसको लेकर फूलपुर पर समाजवादी पार्टी के पर्यवेक्षक इंद्रजीत सरोज से पूछा गया तो उन्होंने कहा कि हमारे प्रत्याशी ने नामांकन कर दिया है. कांग्रेस को सीट दिए जाने की मुझे कोई जानकारी नहीं है. वहीं जब उनसे कहा गया कि इसको लेकर खबरें चल रही हैं तो उन्होंने कहा कि हो सकता है कि मीडिया में मनगढ़ंत चर्चाए चल रही हों.
बता दें कि उत्तर प्रदेश की नौ विधानसभा सीटों पर होने वाले उपचुनाव में गठबंधन के लिए अखिलेश यादव और कांग्रेस के शीर्ष नेताओं के बीच बातचीत चल रही है. कहा जा रहा है कि अखिलेश यादव अलीगढ़ की खैर और गाजियाबाद सीट कांग्रेस को देने के लिए तैयार हैं, लेकिन कांग्रेस पार्टी इससे संतुष्ट नहीं हैं. कांग्रेस अपने लिए प्रयागराज की फूलपुर सीट की मांग भी कर रही है, लेकिन सपा ने यहां से पहले ही अपने प्रत्याशी के नाम का ऐलान कर दिया था.
कांग्रेस क्यों चाहती है फूलपुर सीट
दरअसल, फूलपुर सीट से कांग्रेस का पुराना नाता रहा है. प्रयागराज की ये वो सीट है जिससे पंडित नेहरू और पूर्व पीएम इंदिरा गांधी का नाम जु़ड़ा हुआ है. कांग्रेस को लगता है कि इलाहाबाद से सटी ये सीट कांग्रेस की पुश्तैनी सीट है और उसका इस सीट पर अभी प्रभाव है. लेकिन अखिलेश इस सीट को किसी को भी देने के लिए तैयार नहीं हैं. वह तो उम्मीदवार के नाम का ऐलान भी कर चुके हैं. लेकिन अब भी कांग्रेस को उम्मीद है कि शायद ये सीट उनको मिल जाए. अगर बात 2022 विधानसभा चुनाव की करें तो सपा प्रत्याशी मुज्जतबा सिद्दकी को महज 2723 वोटों के अंतर से भाजपा प्रत्याशी प्रवीण पटेल ने हराया था. वहीं 2024 में हुए लोकसभा चुनाव में फूलपुर विधानसभा सीट पर समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी अमरनाथ मौर्या को को लगभग 18 हजार की लीड मिली थी. कांटे की टक्कर में जीत-हार का फैसला सिर्फ 4,332 वोटों से हुआ था और बाजी भाजपा के हाथ लगी थी.
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