केंद्रीय मंत्री संजीव बालियान ने किसान संगठनों के प्रदर्शन स्थगित करने के फैसले का स्वागत करते हुए गुरुवार को कहा कि इससे भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) को केंद्र और यूपी दोनों में पार्टी की सरकारों की ओर से किए गए कामों को लेकर उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए अपना एजेंडा तय करने में मदद मिलेगी.
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बता दें कि प्रदर्शनकारी किसान संगठनों का नेतृत्व कर रहे संयुक्त किसान मोर्चा (एसकेएम) ने एक साल से ज्यादा समय से जारी प्रदर्शन को गुरुवार को स्थगित करने का फैसला किया और घोषणा की कि किसान 11 दिसंबर को दिल्ली की सीमाओं वाले विरोध स्थलों से घर लौट जाएंगे.
हालांकि, किसान नेताओं ने यह भी कहा कि वे 15 जनवरी को यह देखने के लिए फिर बैठक करेंगे कि क्या सरकार ने उनकी मांगों को पूरा किया है. एसकेएम को केंद्र सरकार द्वारा हस्ताक्षरित लेटर मिलने के बाद यह घोषणा हुई है. लेटर में किसानों के खिलाफ मामलों को वापस लेने और न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) को लेकर एक समिति बनाने सहित उनकी लंबित मांगों पर विचार करने के लिए सहमति व्यक्त की गई.
इस बीच, पश्चिमी उत्तर प्रदेश से जाट समुदाय से बीजेपी के प्रमुख नेता बालियान ने कहा है कि पार्टी की स्थिति में सुधार आएगा क्योंकि ‘‘नरेंद्र मोदी सरकार द्वारा उठाए कदमों से संतुष्ट होकर’’ किसान घर लौट रहे हैं.
उन्होंने संसद के बाहर पत्रकारों से कहा, ‘‘यह न केवल मेरे लिए बल्कि हम सभी के लिए खुशी की बात है और वे सरकार के कदमों से संतुष्ट होकर घर जा रहे हैं.’’
यह पूछे जाने पर कि तीन विवादित कृषि कानूनों को निरस्त करने का केंद्र का फैसला आगामी चुनावों को देखते हुए लिया गया है, इस पर बालियान ने कहा कि राजनीतिक दल हमेशा चुनावों की चिंता करते हैं लेकिन सबसे ज्यादा महत्वपूर्ण यह है कि ‘‘हमारे किसान भाई संतुष्ट होकर घर लौट रहे हैं.’’
उन्होंने कहा, ‘‘बीजेपी अच्छी स्थिति में है और इसमें अब सुधार आएगा. गांवों में लोग हमसे किसानों के आंदोलन के बारे में पूछते थे. अब हम अपने मुद्दों और केंद्र तथा उत्तर प्रदेश में बीजेपी सरकार द्वारा किए गए काम के बारे में बात कर सकते हैं.’’
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