उत्तर प्रदेश सरकार ने स्थानीय प्रशासन से 9 दिवसीय चैत्र नवरात्रि और रामनवमी त्योहारों के दौरान समूचे राज्य में मंदिरों में दुर्गा सप्तशती और अखंड रामायण के पाठ सहित विशेष धार्मिक और सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित करने को कहा है. सरकार इसके लिए हर जिले को एक-एक लाख रुपये देगी.
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इस मुद्दे पर अब राजनीति तेज हो गई है. समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने इस मुद्दे को लेकर सरकार पर निशाना साधा था. वहीं, अब यूपी के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने अखंड रामायण के पाठ को लेकर सपा अध्यक्ष पर पलटवार किया है.
अलीगढ़ में बुधवार को केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि ‘हमने तो अखंड रामायण कराने के लिए आदेश किया है और हम सभी लोगों को बुला रहे हैं. सब लोग आइए और अखिलेश यादव ने जो कहा है उनकी बेचैनी है. तुष्टीकरण की राजनीति है, घबराहट है.’
डिप्टी सीएम ने आगे कहा कि ‘उत्तर प्रदेश में राम जन्मभूमि का भवन निर्माण हो रहा है और समाजवादी पार्टी तो राम भक्तों पर गोली चलाने वाली है. बाबा विश्वनाथ का धाम बन चुका है, भगवान श्री कृष्ण क्षेत्र की भूमि का विकास हो रहा है. नैनी सरण का विकास हो रहा है, जो भी धार्मिक स्थल है उनका विकास हो रहा है. यह हमारी सरकार की प्राथमिकता है. अखिलेश यादव के जो भी बयान हैं, वह जगजाहिर है. वह गुंडे, अपराधियों और तुष्टिकरण की राजनीति करते हैं, जातिवादी की राजनीति करते हैं, परिवारवाद की राजनीति करते हैं. उनके बयानों का कोई महत्व नहीं है, वह किसी भी तरीके का बयान दे सकते हैं.’
अखिलेश ने क्या कहा था?
बता दें कि अखिलेश यादव ने कहा था कि ‘रामनवमी मनाने के लिए यूपी के जिलाधिकारियों को एक लाख रुपये दिए जाने के प्रस्ताव का स्वागत है, पर इतनी कम रकम से होगा क्या, कम से कम 10 करोड़ देने चाहिए जिससे सभी धर्मों के त्योहारों को मनाया जा सके. भाजपा सरकार त्योहारों पर फ्री सिलेंडर दे और इसकी शुरूआत इसी रामनवमी से हो.’
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