बहुजन समाज पार्टी (बसपा) अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती (Mayawati) ने सोमवार को उत्तर प्रदेश विधानसभा सत्र के पहले दिन राज्यपाल के अभिभाषण को सरकार की विफलताओं पर पर्दा डालने का निरर्थक प्रयास करार दिया.
ADVERTISEMENT
बसपा प्रमुख ने सोमवार को राज्यपाल के अभिभाषण के करीब तीन घंटे बाद ट्वीट कर कहा, ‘‘उत्तर प्रदेश विधानसभा के बजट सत्र के पहले दिन आज माननीय राज्यपाल का अभिभाषण लोगों को त्रस्त करती महंगाई, गरीबी, बेरोजगारी, पिछड़ेपन एवं अशान्त माहौल आदि के खास मामलों में सरकार द्वारा अपनी विफलताओं पर पर्दा डालने का निरर्थक प्रयास. कुल मिलाकर जनता को काफी मायूस करने वाला.”
मायावती ने अपने सिलसिलेवार ट्वीट में कहा, ”यूपी में सत्ता भोगी तत्वों को छोड़कर, सरकारी दावों के विपरीत, आज हर वर्ग, समाज एवं समुदाय सरकार की संकीर्ण तथा द्वेषपूर्ण नीतियों एवं कार्यकलापों का भुक्तभोगी है और उससे पीड़ित एवं दुःखी है. लोगों को उनका हक एवं इंसाफ नहीं मिल पाना सरकार की सबसे बड़ी विफलता. सरकार इस ओर जरूर ध्यान दे.”
बता दें कि उत्तर प्रदेश विधानमंडल के बजट सत्र की सोमवार को हंगामेदार शुरुआत हुई और राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने विपक्ष की नारेबाजी और शोरगुल के बीच अभिभाषण पढ़ा.
पटेल ने सरकार की सराहना करते हुए कहा कि सुशासन, सुरक्षा एवं विकास के मार्ग पर आगे बढ़ते हुए अपराध एवं भ्रष्टाचार के प्रति कत्तई बर्दाश्त नहीं की नीति के साथ शांति एवं सद्भाव का वातावरण सुनिश्चित किया जा रहा है. उत्तर प्रदेश की 403 सदस्यों वाली विधानसभा में बहुजन समाज पार्टी का सिर्फ एक विधायक है.
ADVERTISEMENT