उत्तर प्रदेश में साल 2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव के लिए साल 2023 में ही सियासी रणनीति बनने लगी है. सत्ता पक्ष और विपक्ष के नेता मिशन 2024 के लिए नए सियासी समीकरण पर मंथन कर रहे हैं. ऐसे भी चर्चा है कि केंद्र की सत्ता से बीजेपी को हटाने के लिए सारे विपक्षी दल 2024 में एक साथ आ सकते हैं. हालांकि, अभी तक सभी विपक्षी दलों में कोई एक राय नहीं बन पाई है.
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वहीं, जयंत चौधरी के नेतृत्व में सपा-रालोद गठबंधन पश्चिमी यूपी में बीजेपी का सफाया करने के लिए चक्रव्यूह रचने में लगा है. इसके अलावा कांग्रेस और बीएसपी भी बीजेपी के खिलाफ सियासी बिसात बिछाने की कोशिश में जुटी हैं. सियासत के लिहाज से देखा जाए तो पश्चिमी यूपी ही तय करता है कि दिल्ली और लखनऊ में किस पार्टी की सरकार बनेगी.
इस बीच न्यूज चैनल ABP और Matrize ने मिलकर एक सर्वे किया है, जिसके आंकड़ों को देख जयंत चौधरी की शायद टेंशन बढ़ सकती है.
पश्चिमी यूपी में किस पार्टी को कितनी सीटें?
न्यूज चैनल ABP और Matrize सर्वे के मुताबिक, पश्चिमी यूपी की 27 सीटों में से बीजेपी गठबंधन को 18-23 सीटें, सपा गठबंधन को 2-5 सीटें, बसपा को 0-1 सीट मिलने की संभावना जताई गई है. वहीं, यहां कांग्रेस का खाता भी नहीं खुलने का अनुमान है.
बुंदेलखंड में कौन मारेगा बाजी?
इस सर्वे के मुताबिक, बुंदेलखंड की 4 सीटों में से बीजेपी गठबंधन को 3-4 सीटें मिलने का अनुमान है.वहीं, सपा और बसपा को 0-1 सीट मिलने की संभावना है. कांग्रेस एक भी सीट नहीं जीतती दिखाई दे रही है.
80 सीटों में से किसे कितनी सीटें मिलने की संभावना
यूपी की 80 सीटों में से बीजेपी गठबंधन को 67-73 सीटें, सपा गठबंधन को 3 से 6 सीटें, बसपा को 1-2 सीटें, कांग्रेस को भी 1-2 सीटें मिलने का अनुमान है. वहीं, प्रदेश की में बीजेपी गठबंधन को 63 फीसदी, सपा गठबंधन को 19 फीसदी, बीएसपी को 11 फीसदी, कांग्रेस को 4 फीसदी और अन्य को 3 फीसदी वोट मिलने की संभावना जताई गई है.
(नोट: सीटों का अनुमान सर्वे पर आधारित हैं, 2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव के परिणाम इस सर्वे के आंकड़ों से अलग भी हो सकते हैं.)
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