बेरोजगार युवाओं को जिगोलो बनाकर पैसे कमवाने के नाम पर ठगी करने वाले दो सगे भाइयों को नोएडा पुलिस ने गिरफ्तार किया है. ठग सोशल मीडिया के माध्यम से युवाओं को झांसे में लेते थे. थाना सेक्टर-58 की पुलिस ने इनके कब्जे से 13 मोबाइल , 10 डेबिट कार्ड, 3 आधार कार्ड, पेन कार्ड और 29 हज़ार रुपए कैश बरामद किए हैं.
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दरअसल, बीते 5 मार्च को थाना सेक्टर-58 पर एक युवक द्वारा शिकायत दर्ज करवाई गई थी कि टेलीग्राम पर एक मैसेज आया, जिसमें लिखा था कि हमारे यहा ओरचिड स्पा के लिए जगह खाली है. इस पर पीड़ित ने जब कॉल किया तो उसे बताया गया कि तुम्हारी आईडी बन गई है, तुम्हे 400 रुपये देने होंगे. इसी तरह आईडी किट और सिक्योरिटी मनी के नाम पर पीड़ित युवक से कुल 1,83,190 रुपये का ट्रांजेक्शन करा लिया गया.
ठगों ने पीड़ित की न तो मीटिंग करायी और न ही पैसे वापस किए. जिसके बाद पीड़ित ने थाने में शिकायत दर्ज कार्रवाई थी. शिकायत के बाद थाना सेक्टर 58 पुलिस और साइबर क्राइम की टीम ने 2 आरोपियों को गिरफ्तार किया है.
ऐसे करते थे ठगी
पूछताछ में दोनों ने पुलिस को बताया कि फ्रेडशिप क्लब नाम से बहुत सारे फेसबुक, इंस्टाग्राम पर पार्ट टाईम जॉब, राधिका फ्रेंडशिप क्लब, ड्रीम फ्रेंडशिप क्लब आदि नामों से पेज बना रखे हैं और इन्हीं नामों से वेबसाइट बनाई हुई है.
इन पेजों पर ये देश के अलग-अलग शहरों में जिगोलो बनाकर हाई प्रोफाईल महिलाओं से मीटिंग कराकर पैसे कमाने का झांसा देते थे, जो भी युवक इनका पेज लाइक करते थे ये लोग उनसे व्हाट्सएप पर कॉन्टैक्ट कर उन भोले-भाले लोगों से जिगोलो बनाकर महिलाओं से मीटिंग के साथ पैसे कमाने के लालच देकर रजिस्ट्रेशन फीस, मीटिंग फीस और अन्य फीस के नाम पर पैसे ले लेते थे.
लड़कियों की तस्वीरें व्हाट्सएप पर भेजते थे
आरोपी केतन खुद को सुमित कश्यप बनकर बात करता है और चिराग, विशाल बनकर बात करता है. पहले तो ये क्लाइंट्स की तरफ से बात करते थे फिर लड़कियों के आवाज में क्लाइंट बनकर बात करते, ताकि यकीन करवाया जा सके. यकीन और पक्का हो जाए इसके लिए दोनों भाई गूगल से लड़कियों की तस्वीरें निकाल लोगों के व्हाट्सएप पर भेजते थे.
एडिशनल डीसीपी शक्ति अवस्थी ने बताया कि दो सगे भाइयों को गिरफ्तार किया गया है. ये सोशल मीडिया पर पेज बनाकर युवकों को जिगोलो बनाकर पैसे कमाने का लालच देकर ठगी करते थे. मेम्बर्स बनाने किट और मेम्बरशिप रिनीवल के नाम पर ठगी करते थे. बदनामी के डर से पीड़ित शिकायत नहीं करते थे. इनके पास लगभग 60 लोगों के साथ चैट्स बरामद हुए हैं. दोनों को जेल भेज आगे की कार्रवाई की जा रही है.
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