Prayagraj News: प्रयागराज में हुए उमेश पाल हत्याकांड को लेकर उत्तर प्रदेश की राजनीति गरमाई हुई है. उमेश की हत्या करने वाले शूटर्स की धरपकड़ के लिए UPSTF की टीमें लगातार लगी हुई हैं. आपको बता दें कि बदमाशों की तलाश में राजधानी लखनऊ की एसटीएफ टीम ने भी प्रयागराज में डेरा डाल लिया है. पुलिस सूत्रों से जानकारी मिली है कि एडिशनल एसपी रैंक के अधिकारी की अगुवाई में यूपी एसटीएफ की प्रयागराज यूनिट उमेश पाल हत्याकांड के आरोपियों की छानबीन में लगी है. साथ ही लखनऊ के 2 उप पुलिस अधीक्षकों को भी प्रयागराज में भेजा गया है.
ADVERTISEMENT
ऐसी जानकारी मिली है कि उमेश पाल की हत्या करने आए 7 में 2 शूटर अतीक अहमद गैंग के थे. बता दें कि अब तक उमेश पाल की प्रॉपर्टी विवादों पर जांच हो रही थी, लेकिन घटनास्थल से मिले सीसीटीवी फुटेज और सर्विलांस में मिले नंबर से 2 शूटर का कनेक्शन अतीक अहमद से जुड़ रहा है.
उमेश की पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट से ये पता चला
मृतक उमेश पाल की पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में पता चला है कि शूटर्स ने उसे 7 गोलियां मारी थीं. 6 गोलियां उमेश के शरीर को पार कर गईं थीं, जबकि एक गोली उसकी बॉडी के अंदर मिली है. शरीर में कुल 13 इंजरी की बात सामने आई है. पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में हुए खुलासे से पता चला कि सभी गोलियां पिस्टल से ही मारी गई थीं.
क्या है उमेश पाल हत्याकांड?
आपको बता दें कि प्रयागराज के बहुचर्चित राजू पाल हत्याकांड के मुख्य गवाह उमेश पाल और उसके सुरक्षाकर्मी संदीप निषाद की शुक्रवार शाम गोली मारकर हत्या कर दी गई. इस मामले में उमेश पाल की पत्नी ने धूमनगंज थाने में बाहुबली अतीक अहमद के परिवार के खिलाफ केस दर्ज कराया गया है. राजू पाल बसपा के विधायक थे और साल 2005 में उनकी हत्या कर दी गई थी. उमेश पाल उस हत्याकांड के मुख्य गवाह था. राजू पाल की हत्या में मुख्य आरोपी माफिया अतीक अहमद गुजरात की जेल में बंद है.
ADVERTISEMENT