उत्तर प्रदेश में एक बार फिर चुनावी दंगल होने वाला है. बुधवार को चुनाव आयोग ने प्रदेश की 2 सीटों पर उपचुनावों की घोषणा की है. जानकारी के मुताबिक, रामपुर की स्वार और मिर्जापुर की छानबे विधानसभा सीट पर आगामी 10 मई को उपचुनाव होगा, जबकि 13 मई को उपचुनाव के परिणाम आएंगे.
ADVERTISEMENT
बता दें कि यूपी विधानसभा चुनाव 2022 के दौरान स्वार विधानसभा सीट से सपा के टिकट पर अब्दुल्ला आजम खान चुनाव जीते थे. 13 फरवरी, 2023 को मुरादाबाद की कोर्ट ने 15 साल पुराने आपराधिक मामले में अब्दुल्ला आजम को 2 साल की सजा सुनाई थी. इसके बाद 15 फरवरी को अब्दुल्ला आजम खान की विधायकी निरस्त कर दी गई है. उसके बाद से यह विधानसभा सीट रिक्त घोषित कर दी गई थी.
अब चुनाव आयोग ने स्वार विधानसभा सीट पर उपचुनाव का ऐलान कर दिया है तो ऐसे में आजम खान के परिवार में एक बार फिर सियासी हलचल तेज हो गई है. चर्चा तेज हो गई है कि इस बार आजम खान परिवार का कौन सदस्य उपचुनाव में चुनावी शंखनाद कर सकता है.
आजम और उनके बेटे नहीं लड़ सकते हैं चुनाव
आजम खान के बेटे लगातार दो बार स्वार सीट से विधायक चुने गए थे. लेकिन अदालत से सजा होने के कारण अब ना तो आजम खान और ना ही उनके बेटे अब्दुल्ला आजम खान स्वार सीट से चुनाव लड़ सकते हैं. वहीं, आजम खान की पत्नी, पूर्व सांसद और पूर्व विधायक तंजीन फात्मा के खराब सेहत के चलते चुनाव लड़ने की संभावना कम है.
ऐसे में सियासी गलियारों में फिर चर्चा तेज हो चली है कि आजम खान की बहू सिदरा अदीब स्वार सीट से चुनाव लड़ सियासत में एंट्री कर सकती हैं.
सिदरा पहले ही जता चुकीं हैं चुनाव लड़ने की इच्छा
हालांकि, यह तो अभी राजनीतिक गलियारे के अंदर उड़ती हुई हवा है. लेकिन अगर सिदरा की बात करें, तो वह पहले भी चुनाव में उतरने की इच्छा जता चुकी हैं. यूपी विधानसभा चुनाव से पहले जब यूपी तक ने सिदरा अदीब से इस बारे में सवाल किया था, तब उन्होंने कहा था कि वह बिल्कुल रामपुर की खिदमत करेंगी.
जिस वक्त आजम खान और उनके बेटे अब्दुल्ला आजम आजम दोनों जेल में बंद थे. तब रामपुर में सिदरा अदीब ही आजम की सियासत संभाल रही थीं.
जब अखिलेश पर जेल में बंद आजम खान की मदद ना करने का आरोप लगा था, तब भी सिदरा ने ही कहा था कि अखिलेश यादव ने काफी मदद की थी.
अब देखना दिलचस्प होगा कि खुद को चुनाव के लिए तैयार बताने वालीं सिदरा स्वार सीट से चुनावी मैदान में उतरती हैं या नहीं.
ADVERTISEMENT