उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 को लेकर अब यह लगभग तय हो गया है कि समाजवादी पार्टी (एसपी) चीफ अखिलेश यादव भी खुद चुनाव लड़ेंगे. दरअसल सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) की ओर से यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य को चुनाव में उतारने के ऐलान के बाद से ही अखिलेश यादव पर भी एक तरह का दबाव बन गया.
ADVERTISEMENT
इससे पहले यूपी तक से बात करते हुए अखिलेश ने इस बात के संकेत दिए थे कि वह विधानसभा का चुनाव लड़ सकते हैं. उस वक्त सीट से जुड़े सवाल पर उन्होंने कहा था कि पार्टी जहां से भी कहेगी, वह वहां से चुनाव लड़ेंगे.
फिलहाल आजमगढ़ और इटावा, दो ऐसे जिले हैं, जहां से अखिलेश यादव का नाम चर्चा में है. कहा जा रहा है कि जल्द ही अखिलेश यादव अपने लिए सीट तय करेंगे.
मौर्य बोले- ‘विधानसभा चुनाव लड़ने से डर रहे अखिलेश’
केशव प्रसाद मौर्य ने ट्वीट कर कहा है, ”श्री अखिलेश यादव जी विधानसभा चुनाव लड़ने से डर रहे हैं, सुरक्षित ठिकाना तलाशने के लिए इतना समय लगा दिया. विकास की जमीन पर लड़ने से डरते हैं श्री अखिलेश जी, पहले बताओ 2012 से 2017 में सबसे ज्यादा विकास कहां किया है. बीजेपी के विकास का मुकाबला नहीं कर सकते हैं श्री अखिलेश जी आप.”
बता दें कि बीजेपी ने गोरखपुर से मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को और सिराथू सीट से उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य को चुनाव मैदान में उतारने की घोषणा की है.
UP चुनाव 2022: मुलायम की बहू अपर्णा यादव BJP में शामिल हुईं, कहा- ‘मेरे लिए नेशन फर्स्ट’
ADVERTISEMENT