आखिरकार ‘बागी बलिया’ की धरती के रहने वाले बीजेपी विधायक सुरेंद्र सिंह ने पार्टी से ‘बगावत’ के बाद मुकेश सहनी की वीआईपी पार्टी का दामन थाम लिया है. इतना ही नहीं, सुरेंद्र सिंह ने दावा किया है कि इस विधानसभा चुनाव में बीजेपी, एसपी और बीएसपी की बलिया के दोआबा क्षेत्र में जमानत जब्त हो जाएगी.
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सुरेंद्र सिंह 11 फरवरी को वीआईपी के टिकट पर अपना नामांकन दाखिल करेंगे. बलिया के बैरिया विधानसभा क्षेत्र से भारतीय जनता पार्टी के टिकट पर जीते सुरेंद्र सिंह अपने ‘बगावती तेवर’ के लिए चर्चा में रहे हैं. उनके बगावती सुर का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि अपने कार्यकाल के दौरान अपनी ही सरकार के ऊपर उन्होंने कई बार सवालिया निशान खड़े किए.
शायद सुरेंद्र सिंह की ‘बगावत’ का ही नतीजा रहा कि भारतीय जनता पार्टी ने इस बार के चुनाव में उनका टिकट काट दिया और बलिया सदर से विधायक और योगी सरकार के राज्य मंत्री आनंद स्वरूप शुक्ला को उनकी जगह उम्मीदवार बना दिया.
सुरेंद्र सिंह ने वीआईपी पार्टी ज्वाइन करते ही कहा कि जिसे बलिया की धरती ने रिजेक्ट कर दिया था, उसे दोआबा क्षेत्र के लिए बीजेपी ने सेलेक्ट कर लिया.
सुरेंद्र सिंह यहीं नहीं रुके, उन्होंने कहा, ”मैंने जीवन में कभी भी स्वाभिमान से समझौता नहीं किया है. जीवन में मृत्यु का वरण कर सकता हूं, लेकिन अपने जीते जी अपने स्वाभिमान को नीलाम होने नहीं दूंगा.”
उन्होंने कहा, ”दिल्ली में बैठने वाले अमित शाह जी और दिल्ली में एसी कमरे में बैठकर निर्णय करने वाले वाले लोगों को मैं दिखाऊंगा कि दोआबा की धरती पर भारतीय जनता पार्टी, सपा और बसपा तीनों का जमानत जब्त करूंगा. दोआबा की धरती से यह संदेश दिया जाएगा कि जो गरीबों के दिलों में राज करता है, वही समाज में और विधानसभा में भी राज करता है.”
(बलिया से अनिल अकेला के इनपुट्स के साथ)
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