उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव 2022 अपने शबाब पर है. कुल 7 चरणों में विधानसभा चुनाव हो रहे हैं. जिसमें दो चरण के मतदान संपन्न हो चुके हैं और तीसरे चरण का मतदान 20 फरवरी को होना है.
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तीसरे चरण में सूबे की कुल 16 जिलों के 59 सीटों के लिए मतदान होगा. जिसमें तकरीबन दो करोड़ मतदाता प्रत्याशियों के भाग्य का फैसला करेंगे.
यह चरण काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा है, क्योंकि पूर्व मुख्यमंत्री और सपा मुखिया अखिलेश यादव और उनके चाचा शिवपाल यादव चुनाव मैदान में हैं, तो एसपी सिंह बघेल और सतीश महाना जैसे बीजेपी के दिग्गज नेताओं की भी साख दांव पर लगी है.
आइए जानते हैं, तीसरे चरण में किन-किन दिग्गजों की साख दांव पर लगी है.
करहल सीट: अखिलेश यादव बनाम एसपी बघेल
तीसरे चरण में सबसे बड़ा मुकाबला मैनपुरी की करहल विधानसभा सीट में होने जा रहा है, जहां से समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव चुनाव मैदान में हैं. अखिलेश यादव के सामने भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी केंद्रीय मंत्री एसपी सिंह बघेल चुनाव लड़ रहे हैं. कांग्रेस ने इस सीट से कोई प्रत्याशी नहीं देते हुए अखिलेश यादव को वॉकओवर दिया है, जबकि बीएसपी ने कुलदीप नारायण को उतारा रखा है. इस सीट से अखिलेश के लड़ने से सभी की निगाहों यहीं पर टिकी हैं.
चर्चा इस बात की भी हो रही है कि करहल सीट पर मुलायम सिंह के बेटे की जीत होगी या फिर मुलायम सिंह के राजनैतिक शिष्य के माथे पर जीत का सेहरा सजेगा. गौरतलब है कि एसपी सिंह बघेल बीजेपी से पहले समाजवादी पार्टी में थे.
एसपी संरक्षक मुलायम सिंह यादव एसपी सिंह बघेल के राजनीतिक गुरु रहे हैं. इस सीट पर कड़ा मुकाबला होने की उम्मीद है.
जसवंतनगर से शिवपाल यादव की साख दांव पर
इटावा की जसवंतनगर विधानसभा सीट से शिवपाल यादव मैदान में हैं. यह सीट शिवपाल यादव का गढ़ माना जाता है. पिछले 5 बार से यहां से शिवपाल यादव विधायक हैं. अखिलेश यादव से शिवपाल यादव की दूरी बन गई थी और शिवपाल ने अपनी अलग पार्टी बना ली थी. लेकिन इस बार एक साथ आ गए हैं और शिवपाल यादव जसवंत नगर की सीट पर एक बार फिर अपनी किस्मत आजमा रहे हैं.
भारतीय जनता पार्टी ने जसवंतनगर सीट से युवा नेता विनय शाक्य को मैदान में उतारा है, जबकि बीएसपी ने बिजेंद्र कुमार को टिकट दिया है. वहीं, यहां से कांग्रेस ने उम्मीदवार नहीं उतारा है.
इस सीट पर यह देखना दिलचस्प होगा कि शिवपाल यादव अपनी जीत का सिलसिला जारी रख पाते हैं या बीजेपी के विनय शाक्य शिवपाल यादव की जीत के रथ को रोक पाते हैं.
फर्रुखाबाद से सलमान खुर्शीद की पत्नी लुईस मैदान में
पूर्व केंद्रीय मंत्री और कांग्रेस के दिग्गज नेता सलमान खुर्शीद की पत्नी लुइस खुर्शीद फर्रुखाबाद सदर सीट से कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ रही हैं.
इससे पहले 2002 मे लुईस खुर्शीद फर्रुखाबाद की कायमगंज विधानसभा सीट से विधायक रह चुकी हैं. 2007 में लुईस खुर्शीद चुनाव हार गई थीं.
साल 2012 में लुइस खुर्शीद ने अपनी सीट बदली और फर्रुखाबाद सदर से किस्मत आजमाई, लेकिन इस चुनाव में भी उन्हें कामयाबी नहीं मिल पाई.
इस बार विधानसभा चुनाव में लुईस खुर्शीद एक बार फिर फर्रुखाबाद सदर से चुनाव मैदान में हैं. जिनका मुकाबला भारतीय जनता पार्टी के मौजूदा विधायक सुनील द्विवेदी और समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी सुमन मौर्य के साथ है.
योगी सरकार के मंत्री सतीश महाना की साख दांव पर
योगी सरकार के मंत्री सतीश महाना कानपुर की महाराजपुर विधानसभा सीट से चुनाव मैदान में हैं. सतीश महाना पिछले 7 बार से विधायक हैं और इस बार आठवीं बार चुनाव मैदान में हैं. उनका मुकाबला इस बार समाजवादी पार्टी के फतेह बहादुर सिंह गिल के साथ है.
सतीश महाना अपने इलाके में काफी लोकप्रिय नेता माने जाते हैं. इस बार वह अपनी जीत को किस तरह बरकरार रख पाते हैं देखने वाली बात होगी.
मंत्री नीलिमा कटियार की प्रतिष्ठा दांव पर
कानपुर की कल्याणपुर सीट से योगी सरकार की राज्य मंत्री नीलिमा कटियार चुनाव मैदान में हैं. जिनका मुकाबला समाजवादी पार्टी के पूर्व विधायक सतीश निगम के साथ है. लेकिन इस सीट पर कांग्रेस ने खुशी दुबे की बहन नेहा तिवारी को मैदान में उतारा है. जिसकी वजह से यह सीट काफी दिलचस्प हो गई है और लड़ाई त्रिकोणीय माना जा रहा है.
बीएसपी छोड़ बीजेपी में आए रामवीर उपाध्याय मैदान में
बहुजन समाज पार्टी के दिग्गज नेता माने जाने वाले रामवीर उपाध्याय बीजेपी के टिकट पर हाथरस की सादाबाद विधानसभा सीट चुनाव में ताल ठोक रहे हैं. रामवीर उपाध्याय का मुकाबला एसपी-आरएलडी गठबंधन के प्रत्याशी प्रदीप चौधरी से है.
इस सीट पर बहुजन समाज पार्टी से अविन शर्मा चुनाव मैदान में हैं, जबकि कांग्रेस ने मथुरा प्रसाद को अपना प्रत्याशी बनाया है.
कन्नौज से पूर्व आईएएस अफसर असीम अरुण चुनाव मैदान में
हाल ही में पुलिस कमिश्नर पद से वीआरएस लेकर भाजपा में शामिल हुए सीनियर आईपीएस ऑफिसर असीम अरुण कन्नौज सदर विधानसभा सीट से चुनाव मैदान में ताल ठोक रहे हैं. भाजपा के असीम अरुण का मुकाबला समाजवादी पार्टी के अनिल दोहरे से है.
वहीं बहुजन समाज पार्टी ने इस सीट पर समरजीत दोहरे को चुनाव मैदान में उतारा है. वहीं कांग्रेस ने रीता देवी को अपना उम्मीदवार बनाया है.
कन्नौज की जनता की माने तो इस सीट पर भाजपा के असीम अरुण का सीधा मुकाबला समाजवादी पार्टी के अनिल दोहरे के साथ है.
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