गाजीपुर: खुद पर हुए हमले में नहीं हुई मुख्तार अंसारी की गवाही, पुलिस ने जेल से नहीं निकाला

विनय कुमार सिंह

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गाजीपुर के बहुचर्चित उसरी चट्टी कांड में मंगलवार को बाहुबली और पूर्व एमएलसी बृजेश सिंह एमपी एमएलए कोर्ट में पेश हुए. वहीं मुकदमे के वादी मुख्तार अंसारी की आज एक बार फिर गवाही नहीं हो पाई. आज मुख्तार अंसारी को बांदा जेल से गाजीपुर कोर्ट में पुलिस अभिरक्षा में लाकर पेश करना था, लेकिन आज मुख्तार अंसारी खराब मौसम के चलते पेश नहीं हो सके.

बहुचर्चित उसरी चट्टी कांड में मुख्तार अंसारी ने बृजेश व त्रिभुवन सिंह को नामजद कराया था. मुकदमे में एमपी- एमएलए कोर्ट ने मुख्तार अंसारी की गवाही के आदेश दिए थे. लेकिन मुख्तार को पेश नहीं किया गया.

बता दें 15 जुलाई 2001 में मऊ सदर के तत्कालीन विधायक मुख्तार अंसारी अपने गृह आवास मोहम्मदाबाद से मऊ जा रहा था. तभी रास्ते में उसरी जो थाना मोहम्मदाबाद कोतवाली अंतर्गत आता है, वहां पर उसके काफिले पर ताबड़तोड़ गोलियां चलाई गई थी. जिसमें उनके सरकारी गनर की मौके पर मौत हो गई थी और एक सहयोगी की अस्पताल में मौत हुई थी. जबकि 8 से 9 लोग घायल हो गए थे. इस मुकदमे में वादी मुख्तार अंसारी ने बृजेश सिंह त्रिभुवन सिंह और त्रिभुवन सिंह के भतीजे अनिल सिंह को नामजद और दर्जनों अज्ञात के खिलाफ FIR कराई थी. वह मुकदमा गाजीपुर की ट्रायल कोर्ट में 21 साल से चल रहा है.

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आज उसी मुकदमे में मुख्तार अंसारी को गवाही के लिए पेश होना था लेकिन खराब मौसम के चलते कोर्ट के आदेश के बावजूद वादी और मुख्य गवाह मुख्तार अंसारी पेश नहीं हो सका.

वहीं प्रतिवादी बृजेश सिंह आज तारीख पर न्यायाधीश के समक्ष उपस्थित रहे. इस मामले में बृजेश सिंह के आने की पुष्टि करते हुए सरकारी अधिवक्ता नीरज श्रीवास्तव ने बताया कि मुख्तार अंसारी खराब मौसम के चलते नहीं आ सके क्योंकि उन्हें बांदा जेल से लाना था. उनके नहीं आने से आगे 17 जनवरी तारीख पड़ गई है और मुख्तार अंसारी अब 17 को फिजिकल तौर पर पेश होंगे. जबकि बृजेश सिंह आज अपने अधिवक्ता के साथ भारी सुरक्षा में न्यायालय में पेश हुए. आपको बता दें कि इस मुकदमे में 4 गवाह पेश हो चुके हैं. अभी अन्य और गवाहों की पेशी होनी बाकी है. जिसमें मुख्तार अंसारी की गवाही अहम है. अब देखना है कि अगली तारीख पर दोनों बाहुबली आमने सामने हो पाते है या नहीं.

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