UP संस्कृत बोर्ड 12वीं एग्जाम में चंदौली के मुस्लिम लड़के ने किया टॉप, देखिए इनकी मार्कशीट
Uttar Pradesh News: उत्तर प्रदेश माध्यमिक संस्कृत शिक्षा परिषद लखनऊ द्वारा संचालित चंदौली के एक स्कूल के एक छात्र ने इतिहास रचने का काम किया…
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Uttar Pradesh News: उत्तर प्रदेश माध्यमिक संस्कृत शिक्षा परिषद लखनऊ द्वारा संचालित चंदौली के एक स्कूल के एक छात्र ने इतिहास रचने का काम किया है. इरफान ने उत्तर मध्यमा यानी इंटरमीडिएट के छात्र ने 82.72% अंक पाकर पूरे उत्तर प्रदेश में पहला स्थान प्राप्त किया है. इरफान की इस उपलब्धि की काफी चर्चा हो रही है और परिजन से लेकर स्कूल के भी अध्यापक काफी खुश हैं.
संस्कृत विषय की बात करें तो इस विषय में इरफान को काफी कम नंबर मिले हैं. लेकिन बावजूद इसके अन्य विषयों में इरफान के अच्छे नंबर हैं. जिसके फलस्वरूप इरफान ने उत्तर प्रदेश माध्यमिक संस्कृत शिक्षा परिषद द्वारा संचालित उत्तर मध्यमा यानी इंटरमीडिएट की परीक्षा में पूरे प्रदेश में पहला स्थान प्राप्त किया है.
चंदौली के इरफान ने रचा इतिहास
दरअसल, पूर्वी उत्तर प्रदेश के चंदौली जिले के सकलडीहा तहसील के जिंदासपुर गांव का रहने वाला इरफान गांव से कुछ दूर पर स्थित श्री संपूर्णानंद संस्कृत उत्तर माध्यमिक विद्यालय, प्रभुपुर में पढ़ाई करता है. इरफान बेहद ही गरीब घर से ताल्लुक रखता है और इसके पिता सलाउद्दीन मजदूरी और खेती का काम कर घर चलाते हैं.18 साल का इरफान अपने माता-पिता का इकलौता बेटा है. इरफान के स्कूल के अध्यापकों की माने तो इरफान पढ़ने लिखने में काफी तेज लड़का है और इसकी हैंडराइटिंग भी बहुत ही सुंदर है. फिलहाल हमारी मुलाकात इरफान और उसके घर वालों से नहीं हो पाई. क्योंकि किसी काम की वजह से वह कुछ दिनों के लिए गांव से बाहर गए हुए हैं. लेकिन इरफान के स्कूल के अध्यापकों और प्राचार्य से जब हमारी बात हुई तो उन्होंने बताया कि इरफान की इस उपलब्धि से वह काफी खुश हैं.
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इरफान को मिले इतने नंबर
इस स्कूल में इरफान ने सन् 2019-20 में कक्षा 9 में एडमिशन लिया था. स्कूल के अध्यापकों के अनुसार इरफान ने पूर्व मध्यमा यानी हाईस्कूल की परीक्षा में फर्स्ट डिवीजन से पास की थी. इसके बाद उत्तर मध्यमा की परीक्षा में उसने इतिहास रच दिया. हालांकि संस्कृत विषय में ही काफी कम नंबर है. अनिवार्य संस्कृत प्रथम में इरफान को 50 में 19 नंबर मिले हैं जबकि अनिवार्य संस्कृत द्वितीय प्रश्न पत्र में इरफान को मात्र 20 अंक मिले हैं. जबकि साहित्य प्रथम में 100 में 93, साहित्य द्वितीय में 100 में 83, हिंदी में 100 में 82 समाजशास्त्र में 100 में 87 भूगोल में 100 में 97 और अंग्रेजी विषय में 100 नंबरों में 70 नंबर प्राप्त हुए हैं.
परिवार के लोग हैं बेहद खुश
उत्तर मध्यमा के प्रथम वर्ष में इरफान ने कुल 700 अंकों में 607 अंक प्राप्त किए थे. जबकि उसे वित्तीय वर्ष में 700 में 551 अंक मिले. दोनों बरसों के अंक को मिलाकर कुल 1400 अंको में इरफान को 1158 अंक मिले हैं. उधर हमने इरफान और उसके पिता से फोन पर भी संपर्क करने की कोशिश की लेकिन उनसे बात नहीं हो पाई. इरफान की इस उपलब्धि से उसके विद्यालय के लोग काफी खुश और गौरवान्वित महसूस कर रहे हैं.
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संपूर्णानंद संस्कृत उच्चतर माध्यमिक विद्यालय के प्राचार्य जय श्याम त्रिपाठी ने बताया कि, ‘2002 में माध्यमिक संस्कृत शिक्षा परिषद का गठन हुआ था. तब से लेकर आज तक चंदौली जनपद में कोई भी प्रथम व द्वितीय स्थान प्राप्त नहीं किया है. वह बच्चा प्रथम स्थान प्राप्त किया है तो हम लोग अपनी तरफ से बहुत-बहुत शुभकामना दे रहे हैं. वह काफी कमजोर परिवार का रहने वाला है और संस्कृत विद्यालयों में कमजोर वर्ग के बच्चे भी आते हैं. उसके पिता कृषक हैं और किसानी करके अपना भरण-पोषण करते हैं और वह बच्चा यहां पढ़ता है.’
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