कौन था अनुज सिंह जो मंगेश यादव के बाद तड़के 4 बजे मारा गया, ज्वैलर लूट कांड में कितने बदमाश बचे?

संतोष शर्मा

ADVERTISEMENT

Mangesh Yadav Encounter Update
Mangesh Yadav Encounter Update
social share
google news

Sultanpur Robbery Case: यूपी के सुलतानपुर में 28 अगस्त को सर्राफा (ज्वैलर) कारोबारी की दुकान में हुई डकैती के एक और आरोपी का एनकाउंटर हो गया है. यूपी पुलिस और एसटीएफ की जॉइंट टीम ने इस कांड के आरोपी अनुज प्रताप सिंह को एनकाउंटर में मार गिराया है. इससे पहले एसटीएफ ने मंगेश यादव का एनकाउंटर किया था, जिसमें जमकर राजनीति हुई थी. अखिलेश और कांग्रेस ने जाति देखकर एनकाउंटर करने का आरोप लगाया था. इसी बीच यह तीसरी मुठभेड़ हुई है. दूसरी मुठभेड़ में एक आरोपी के पैर में गोली लगी थी. पर इस तीसरी मुठभेड़ में आरोपी अनुज प्रताप सिंह गोली लगने के बाद मारा गया है. हालांकि उसके साथ एक आरोपी था, जो मौके से भाग गया है. 

अब इस एनकाउंटर के बाद सबसे बड़ा सवाल यह उठ रहा है कि आखिर सुलतानपुर डकैती कांड में कुल कितने आरोपी शामिल थे? मंगेश यादव और अनुज प्रताप सिंह के मारे जाने के बाद अब कितने आरोपी पुलिस की गिरफ्त से दूर हैं? आखिर इस अनुज प्रताप सिंह की कहानी क्या है? 

सबसे पहले जानते हैं कि कौन था अनुज प्रताप सिंह? 

सुलतानपुर डकैती कांड में अनुज प्रताप सिंह ऐसा दूसरा आरोपी है जिसे पुलिस ने मुठभेड़ में ढेर किया है. मंगेश यादव और अनुज प्रताप सिंह के अलावा बाकी आरोपियों ने सरेंडर किया है या पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार किया है. बीते दिनों हुए एक एनकाउंटर में पुलिस ने आरोपी के पैर में गोली मार उसे अरेस्ट किया था. अनुज प्रताप सिंह अमेठी के जनापुर का रहने वाला बताया जा रहा है. इसे सुलतानपुर डकैती कांड के मास्टरमाइंड विपिन सिंह का खास गुर्गा भी कहा जा रहा है. गुजरात के सूरत में हुई एक डकैती में भी यह विपिन सिंह के साथ शामिल रह चुका है. 

28 अगस्त को जब आभूषण कारोबारी के यहां डकैती पड़ी थी, तो पूरे गैंग को अनुज प्रताप सिंह ही लीड कर रहा था. अनुज ने सफेद शर्ट पहन रखी थी और सीसीटीवी में देखा गया कि इसी ने पिस्तौल निकालकर पहले गार्ड को अपने कब्जे में लिया. लूट के बाद बाइक पर सबसे बड़ा बैग रखकर पीछे से बैठने वाला भी अनुज ही बताया जा रहा है. 

लूट कांड में अबतक कितने बदमाश पकड़े गए, कितने बाकी? 

सुलतानपुर के लूट कांड में शामिल 14 बदमाशों में अबतक 11 आरोपी या तो पकड़े गए हैं या एनकाउंटर हुआ है. गैंग का सरगना बताए जाने वाले विपिन सिंह ने वारदात के अगले ही दिन यानी 29 अगस्त को रायबरेली कोर्ट में सरेंडर कर दिया था. 3 सितंबर को सुलतानपुर कोतवाली क्षेत्र में पुष्पेंद्र सिंह, त्रिभुवन कोरी और सचिन सिंह को पुलिस ने एनकाउंटर में घायल कर गिरफ्तार किया था. ये तीनों रेकी करने और घटना वाले दिन बोलैरो से भागने के बैकअप प्लान के लिए रखे गए थे. 

यह भी पढ़ें...

ADVERTISEMENT

5 सितंबर को यूपी एसटीएफ ने सुलतानपुर की कोतवाली देहाती इलाके में मंगेश यादव को एनकाउंटर में मार गिराया था. 11 सितंबर को सुलतानपुर पुलिस ने विवेक सिंह, विनय शुक्ला, अरविंद यादव और दुर्गेश सिंह को गिरफ्तार किया था. 20 सितंबर को एसटीएफ ने अजय यादव को मुठभेड़ में घायल कर अरेस्ट किया. इसके बाद 23 सितंबर, सोमवार को यूपीएसटीएफ ने उन्नाव के अचलगंज में अनुज प्रताप सिंह को एनकाउंटर में मार गिराया.

दुकान के अंदर घूस लूट करने वाले पांच में 2 मारे गए, 3 फरार

सर्राफा दुकान लूटने के लिए इसमें पांच बदमाश घुसे थे. इनके नाम क्रमशः अंकित यादव, अरबाज, अनुज प्रताप सिंह, फुरकान और मंगेश यादव थे. मंगेश यादव और अनुज प्रताप सिंह, ये दोनों आरोपी एनकाउंटर में मारे जा चुके हैं. अब पुलिस को फुरकान, अरबाज और अंकित यादव की तलाश है. इन तीनों पर भी एक-एक लाख रुपये का इनाम रखा गया है.

    follow whatsapp

    ADVERTISEMENT