UP Exit Poll 2024 : एग्जिट पोल में हार के बावजूद INDIA का UP में 40 सीट जीतने का दावा! यशवंत देशमुख क्या बोले?

यूपी तक

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पीएम नरेंद्र मोदी, कांग्रेस नेता राहुल गांधी और सपा प्रमुख अखिलेश यादव. (फाइल फोटो)
PM Modi/Rahul Gandhi/Akhilesh Yadav
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Uttar Pradesh Exit Poll Final Result 2024 :  उत्तर प्रदेश को लेकर अब तक जितने एग्जिट पोल सामने आए हैं. उनमें बीजेपी बढ़त बनाए दिख रही. सभी की आंकड़ों पर नजर डाले तो बीजेपी एक बार फिर अपने पुराने प्रदर्शन को दोहरा सकती है. एक्सिस माय इंडिया और इंडिया टुडे के सर्वे  के मुताबिक यूपी में एनडीए को 62-72 सीटें मिलने का अनुमान जताया गया है जबकि इंडिया अलायंस के खाते में 8 से 12 सीटें आ सकती है. हालांकि बसपा इस बार जीरो पर रह सकती है. एग्जिट पोल के नतीजों के बीच इंडिया गठबंधन ने पूरा देश में 295 सीट और यूपी में 40 सीट जीतने का दावा किया है. वहीं एग्जिट पोल के आंकड़ों  के सामने आने के बाद C-Voter के फॉउंडर यशवंत देशमुख ने हमारे सहयोगी चैनल न्यूज तक से  बात की और इंडिया गठबंधन के इस दावे की पूरी हकीकत बयां की. 

'इंडिया' गठबंधन यूपी में जीत रही 40 सीट

उत्तर प्रदेश में सपा-कांग्रेस गठबंधन 40 सीट जीतने का दावा किया जा रहा है...इस पर आपकी क्या राय है? इस सवाल पर  यशवंत देशमुख ने कहा कि, 'राजनेता और उनकी पार्टी तो हमेशा जीत का दावा करते ही रहते हैं. चाहे वो कितने भी पानी में रहे. राजनीतिक दल तो यूपी के 80 की 80 सीटें जीतने का भी दावा करेंगे पर ये हो नहीं सकता.' वहीं सीटों के लेकर उन्होंने बताया कि, 'पिछले चुनाव में यूपी में 8 प्रतिशत के गैप था और सीटों में भाजपा गठबंधन काफी आगे थी. ठीक उसी तरह से इस बात के वोट प्रतिशत के आंकड़े देखे तो दोनों गठबंधनों के बीच 7 प्रतिशत का गैप दिख रहा है. इस लिहाज से भाजपा काफी आगे दिख रही है.'

घटा NDA का वोट शेयर

सी-वोटर के एग्जिट पोल (Uttar Pradesh Exit Poll Final Result 2024) के मुताबिक इस चुनाव में एनडीए का वोट प्रतिशत पांच प्रतिशत घटा है और इंडिया गठबंधन का वोट प्रतिशत बढ़ा है. इसके बाद भी एनडीए ज्यादा सीटें जीतती दिख रही है. ऐसा क्यों? इस सवाल का जवाब देते हुए यशवंत देशमुख ने कहा कि, '2019 के लोकसभा चुनाव में सपा और बसपा साथ में मिलकर चुनाव लड़े थे. बसपा यूपी के जिन 40 सीटों पर चुनाव नहीं लड़ी थी वहां उसके कोर वोटर्स ने भाजपा को अपना मत दिया था. यानी 2019 में जिन सीटों पर बसपा ने चुनाव नहीं लड़ा वहां दलित वोट सपा के बजाय भाजपा को जाते दिखे थे. वहीं इस चुनाव में बसपा सभी 80 सीटों पर चुनाव लड़ रही है.  पिछले चुनाव में जो दलित वोट भाजपा के तरफ गए थे उनका एक हिस्सा इस चुनाव में भाजपा से वापस आकर बसपा की तरफ गया है. इसलिए एग्जिट पोल में भाजपा के वोट प्रतिशत में कमी आते दिख रही है.'

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