पहले ही मैच से चर्चाओं में आए क्रिकेटर सरफराज खान, गांव में खुशी, ऐसा रहा संघर्षमय सफर
क्रिकेटर सरफराज खान इन दिनों चर्चाओं में छाए हुए हैं. सरफराज खान का सिलेक्शन भारतीय क्रिकेट टीम में हो गया है. आते ही सरफराज ने अर्धशतक भी जड़ दिया है.
ADVERTISEMENT
Sarfaraz Khan: क्रिकेटर सरफराज खान इन दिनों चर्चाओं में छाए हुए हैं. सरफराज खान का सिलेक्शन भारतीय क्रिकेट टीम में हो गया है. आते ही सरफराज ने अर्धशतक भी जड़ दिया है. अपने पहले ही मैच में सरफराज ने अपनी काबिलियत दिखा दी है. मगर क्या आप जानते हैं कि सरफराज खान का संबंध उत्तर प्रदेश से है? दरअसल सरफराज का पैतृक गांव उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ में है. आजमगढ़ का बासूपार गांव सरफराज खान का पैतृक गांव है. अब इस गांव में खुशी का माहौल है.
सरफराज खान के गांव वाले सरफराज की सफलता पर काफी खुश हैं. उनका कहना है कि सरफराज ने सिर्फ उनके गांव का ही नहीं बल्कि आजमगढ़ और पूरे यूपी का नाम रौशन कर दिया है. गांव वालों का कहना है कि सरफराज खान आजमगढ़ के छोटे से गांव बासूपार से निकलकर आज भारतीय टीम के लिए खेल रहा है. ये गांव वालों के लिए गर्व की बात है.
सरफराज खान के गांव खुशियां का माहौल
भारतीय क्रिकेट टीम में अपनी जगह बनाने वाले जिले के होनहार क्रिकेटर सरफराज खान के पैतृक गांव बासूपार में खुशियों का माहौल देखा जा सकता है. गांव वाले सरफराज की सफलता से काफी खुश हैं. सरफराज खान के परिवार के करीबियों का कहना है कि सरफराज के पिता ने काफी मेहनत की, उसी का ही परिणाम है कि आज सरफराज को सफलता मिली है.
यह भी पढ़ें...
ADVERTISEMENT
पिता ने दी बेटे को ट्रेनिंग
ग्रामीणों का कहना है कि सरफराज के पिता नौशाद खान ने जिले के 2 क्रिकेटरों को ट्रेनिंग दी थी. इसके बाद उन्होंने अपने बेटे सरफराज और मुशीर को भी क्रिकेट के लिए तैयार किया था. आज नौशाद खान की मेहनत रंग लाई है और उनका बेटा सरफराज भारत की तरफ से खेल रहा है.
ग्रामीणों का कहना है कि सरफराज का बचपन इसी गांव में बीता है. गांव की गलियों और मैदानों पर ही सरफराज बचपन में क्रिकेट खेलता था. ग्रामीण सरफराज की सफलता पर मिठाइयां बांट रहे हैं और उसे दुआएं दे रहे हैं.
ADVERTISEMENT
कैसा रहा सरफराज का अब तक का क्रिकेट सफर
बता दें कि सरफराज खान ने साल 2014 से प्रथम श्रेणी क्रिकेट की शुरुआत कर दी थी. सरफराज ने भारत की तरफ से अंडर-19 भी खेला है. सरफराज खान ने साल 2009 में अपने पहले हरी शील्ड मैच में 439 रन बनाकर दुनिया को चौंका दिया था. समय के साथ-साथ सरफराज खान क्रिकेट की दुनिया में अपनी पहचान बनाते रहे. उसी मेहनत का परिणाम है कि सरफराज खान को आज भारतीय क्रिकेट टीम में जगह मिली है.
ADVERTISEMENT
ADVERTISEMENT