एक बेटा अमेरिका तो दूसरा बेंगलुरु, घर में 3 दिन तक पड़ा रहा पिता का शव, कन्नौज की दर्दनाक घटना

नीरज श्रीवास्तव

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UP News: कन्नौज सदर कोतवाली क्षेत्र के मोहल्ला ग्वाल में 75 वर्षीय अरुण कुमार रहते थे. परिवार में 2 बेटे और पत्नी हैं. दोनों बेटे इंजीनियर हैं. बड़ा बेटा अपने परिवार के साथ अमेरिका में रहता है तो दूसरा बेटा अपने परिवार के साथ बेंगलुरु में रहता है. अरुण कुमार की पत्नी रेखा देवी भी अपने छोटे बेटे के साथ बेंगलुरु में ही रहती हैं. जिन बच्चों को उन्होंने पढ़ा लिखा कर काबिल बनाया, वह सभी अपनी-अपनी जिंदगी में मशगूल थे. शायद किसी को भी कन्नौज में रह रहे पिता की फिक्र नहीं थी. मगर अब अरुण कुमार की मौत हो चुकी है. उनका शव उनके घर के अंदर ही सड़ी-गली अवस्था में मिला है. 

हैरान कर देने वाली बात ये है कि पिछले 3 दिनों से अरुण कुमार का शव उनके घर पर ही पड़ा हुआ था. मगर किसी को भी उनकी मौत की जानकारी नहीं थी. इस दौरान ना तो उनके परिजनों ने उनसे संपर्क करने की कोशिश की और ना ही पड़ोसियों ने उनके बारे में पता किया. मामले का खुलासा तब हुआ जब घर से बदबू आने लगी. बताया जा रहा है कि 3 दिन रहले ही अरुण कुमार की उनके घर में मौत हो गई थी. मगर किसी को भी उनके बारे में कुछ पता नहीं चला. फिलहाल पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर उसे पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है. 

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कई सालों से घर में अकेले रह रह थे अरुण

अरुण कुमार पिछले करीब 7 सालों से घर में अकेले रह रहे थे. जिस घर में वह रहते थे, वह उनका पैतृक घर था. बड़ा बेटा प्रद्युम अमेरिका और छोड़ा बेटा अक्षत बेंगलुरु में रहते हैं. मृतक की पत्नी भी छोटे बेटे के साथ बेंगलुरु में रह रही थीें. 

अब अरुण कुमार का शव उनके घर से बरामद किया गया है. मौत 3 दिन पहले हुई है. ऐसे में सवाल ये हैं कि पिछले 3 दिनों से दोनों बेटों में से किसी ने भी अपने पिता से बात करने की कोशिश नहीं की? परिवार के किसी भी सदस्य ने उनसे संपर्क साधने की कोशिश नहीं की? 

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घर के आंगन में पाया गया शव

बता दें कि बुधवार को पुलिस ने अरुण कुमार का शव उनके घर के आंगन से बरामद किया. दरअसल उनके भतीजे पवन मिश्रा को घर से कुछ बदबू आई. ऐसे में उन्होंने गेट खटखटाया. मगर कोई आवाज नहीं आई. उन्हें शंका हुई तो मामले की सूचना पुलिस को दे दी. पुलिस जैसे ही घर के अंदर पहुंची, वहां का नजारा देख सन्न रह गई. अरुण कुमार का शव आंगन में पड़ा हुआ था और बराबर में बाल्टी में पानी रखा हुआ था.

तड़त-तड़प कर हुई मौत

माना जा रहा है कि 3 दिन पहले अरुण कुमार बाल्टी की पानी लेकर कुछ काम कर रहे थे. इसी दौरान वह अचानक गिर पड़े. घर में अकेले थे तो कोई मदद के लिए आया नहीं. इसी बीच तड़प कर उन्होंने दम तोड़ दिया. फिलहाल फॉरेंसिक टीम भी मामले की जांच कर रही है. बता दें कि पुलिस ने छोटे बेटे को मामले की जानकारी दे दी है. बताया जा रहा है कि छोटा बेटा बेंगलुरु से कन्नौज आ रहा है.

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फिलहाल इस पूरे मामले ने सभी को चौंका दिया है. भरा-पूरा परिवार होने के बाद भी जिस तरह से अरुण कुमार का शव 3 दिन से उनके घर पर पड़ा रहा और परिवार को कोई चिंता नहीं हुई, उसने काफी कुछ सोचने के लिए मजबूर कर दिया है.

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