वाराणसी में आंध्र प्रदेश के 4 लोगों ने एक कमरे में की आत्महत्या, सुसाइड नोट से पता चली ये कहानी
वाराणसी में एक हुई दर्दनाक घटना ने सभी को झगझोड़कर रख दिया जब एक ही परिवार के चार सदस्यों ने एक धर्मशाला के कमरे में फांसी के फंदे से लटककर मौत को गले लगा लिया…
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Varanasi News: वाराणसी में एक हुई दर्दनाक घटना ने सभी को हैरान कर दिया जब एक ही परिवार के चार सदस्यों ने एक धर्मशाला के कमरे में फांसी के फंदे से लटककर मौत को गले लगा लिया. मरने वाले सभी आंध्र प्रदेश के जिला ईस्ट गोदावरी के बताए जा रहे हैं. मरने वालों में माता-पिता सहित 2 व्यस्क बेटे शामिल हैं. पुलिस ने शुरुआती जांच में पाया है कि आंध्र प्रदेश में पैसों के लेनदेन के चलते आर्थिक तंगी का सामना कर रहे परिवार ने दो महीनों तक भटकने के बाद वाराणसी आकर आत्महत्या की है.
आपको बता दें कि वाराणसी के दशाश्वमेध थाना क्षेत्र के देवनाथपुर पांडेहवेली इलाके में आंध्राआश्रम से संबंधित काशी कैलाश भवन धर्मशाला के कमरा नंबर S-6 में रुके पति, पत्नी और दो बेटों ने शाम तक कमरा नहीं खोला, तो धर्मशाला के लोगों को शक हुआ. सूचना देने पर मौके पर पहुंची पुलिस ने धर्मशाला का कमरा खुलवाया तो सभी के होश उड़ गए. चारों लोगों के शव सीलिंग पर लगी खूंटी के सहारे नायलॉन की रस्सी के साथ लटक रहे थे. सूचना मिलने पर फॉरेंसिक टीम और डॉग स्क्वायड भी मौके पर पहुंचकर जांच पड़ताल में जुट गई. मरने वालों की पहचान कोंडा बाबू (50), लावण्या (45), राजेश (25) और जयराज (23) के रूप में हुई है.
धर्मशाला के मैनेजिंग ट्रस्टी वीबी सुंदर शास्त्री ने यूपी तक को बताया कि ये सभी लोग वाराणसी 3 दिसंबर को सुबह 11:30 आए थे और काशी यात्रा का बोलकर कमरा लिया था. धर्मशाला में कमरा खाली होने पर परिवार को अलॉट कर दिया गया. इसके बाद सभी कमरे में रहने लगे. उन्होंने बताया था कि वे लोग 7 दिसंबर को सुबह 7:30 बजे कमरा खाली कर देंगे. जब 7 दिसंबर की सुबह दरवाजा नहीं खुला तो सभी के सोने की बात सोचकर उन्हें परेशान नहीं किया गया. मगर जब शाम को भी दरवाजा नहीं खुला तो इसकी सूचना कर्मी ने आफिस में दी. इसके बाद ऊपर आकर खिड़की खोलकर देखने पर पता चला कि चारों के शव फंदे के सहारे लटक रहे हैं. इसकी सूचना पुलिस को दी गई.
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मौके पर वाराणसी के पहुंचे पुलिस कमिश्नर अशोक मुथा जैन ने बताया कि ‘यह घटना बहुत ही दुखद है. एक ही परिवार के तीन पुरुष और एक महिला का शव आश्रम में कमरे के अंदर छत के सहारे लटका हुआ पाया गया. चारों लोग आंध्र प्रदेश के रहने वाले हैं. इनके पास से तेलुगु में लिखा सुसाइड नोट मिला है. सुसाइड नोट को पढ़ने पर यह पता चला है कि परिवार का आंध्र प्रदेश में ही पैसे को लेकर विवाद था, जिसको लेकर ये काफी परेशान थे. सुसाइड नोट में कुछ लोगों पर आरोप भी लगाया गया है. पुलिस अब इस मामले की जांच कर रही है.’
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कमिश्नर ने फिर एक बार स्पष्ट किया कि पैसे का विवाद आंध्र प्रदेश का ही है, वाराणसी का नहीं है. सुसाइड छत से फंदे के सहारे लटककर किया गया है. इसके अलावा अन्य चीजों की जानकारी पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट के बाद ही पता चलेगी. उन्होंने आगे बताया कि मरने वालों में मां-बाप और उनके दो बेटे हैं. सुसाइड नोट में परिवार की तरफ से यह लिखा गया है कि ये कई जगहों पर रह चुके हैं और अब इनका पैसा खत्म हो चुका है और कोई रास्ता आगे दिखाई नहीं दे रहा था. इसी वजह से परिवार ने बहुत ही कठोर कदम उठा लिया. कमिश्नर के अनुसार, मामले में केस दर्ज कर नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी.
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