केशव मौर्य बोले- ‘संगठन सरकार से बड़ा है!’, क्या UP BJP अध्यक्ष बनाए जाएंगे डिप्टी सीएम?
UP news: उत्तर प्रदेश भाजपा अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह का कार्यकाल पूरा होने के बाद पार्टी नए प्रदेश अध्यक्ष की तलाश में जुटी हुई है.…
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UP news: उत्तर प्रदेश भाजपा अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह का कार्यकाल पूरा होने के बाद पार्टी नए प्रदेश अध्यक्ष की तलाश में जुटी हुई है. इसे लेकर पार्टी के वरिष्ठ नेता गहन मंथन भी कर रहे हैं. चर्चा है कि जल्द ही यूपी बीजेपी (Uttar Pradesh BJP) अध्यक्ष के नाम का ऐलान हो जाएगा. मगर इस बीच सूबे के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य के एक ट्वीट ने अटकलों का बाजार और गर्म कर दिया है. दरअसल मौर्य ने अपने ट्वीट में कहा है, “संगठन सरकार से बड़ा है!”
बता दें कि उपमुख्यमंत्री के इस ट्वीट के बाद सियासी गलियारों में इस बात की चर्चा तेज हो गई है कि भाजपा उन्हें फिर से प्रदेश अध्यक्ष बना सकती है. गौरतलब है कि 2017 में एक सफल प्रदेश अध्यक्ष की भूमिका केशव मौर्य निभा चुके हैं, जब उनके नेतृत्व में पार्टी ने ऐतिहासिक 325 सीटें जीती थीं. केशव कार्यकर्ताओं में भी लोकप्रिय हैं. पिछड़ी जाति का चेहरा होने और संगठन का बड़ा अनुभव होने की वजह से उनकी स्वीकार्यता काफी है.
अगर केशव मौर्य को पार्टी प्रदेश अध्यक्ष की जिम्मेदारी देती है तो फिर डिप्टी सीएम का क्या होगा? क्योंकि वो पिछड़े वर्ग से हैं और अगर केशव मौर्य को अध्यक्ष बनाया गया तो सत्ता का जातीय समीकरण गड़बड़ा हो जाएगा. बीजेपी सीएम और डिप्टी सीएम के पद पर सिर्फ ठाकुर और ब्राह्मण रखना नहीं चाहेगी यानि फिर से पार्टी को बैलेंस बनाना होगा.
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UP Politics News : बीजेपी सूत्रों के मुताबिक, अभी तक जातियों के समीकरण को ही प्रदेश अध्यक्ष के नाम का पैमाना बताया जा रहा था. हालांकि अब बीजेपी के लिए सबसे बड़ी चुनौती यह है कि सुनील बंसल की विदाई के बाद किसके कंधे पर पार्टी और संगठन का भार डाला जाए जो बखूबी 2024 की नैया पार लगाए. एक बात तो साफ है कि अब बीजेपी जाति के बजाय नेता के कद और संगठन क्षमता को ही नए अध्यक्ष का पैमाना मान रही है. यानी कि अब कोई भी बड़ा नाम, जिसके पास पर्याप्त संगठन का अनुभव हो, जो कार्यकर्ताओं की पसंद हो, वही उत्तर प्रदेश का नया बीजेपी अध्यक्ष हो सकता है.
गौरतलब है कि हाल ही में केशव प्रसाद मौर्य ने दिल्ली जाकर बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से भी मुलाकात की थी.
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केशव मौर्य के ट्वीट के और क्या हैं मायने?
बता दें कि केशव प्रसाद मौर्य के इस नए ट्वीट को लेकर सियासी गलियारों में एक और चर्चा चल रही है. ऐसा कहा जा रहा है कि मौर्य ने यह ट्वीट मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को निशाने पर लेते हुए किया है. दरअसल, पिछले काफी समय से सीएम योगी और केशव प्रसाद मौर्य के बीच अदावत की खबरें सुर्खियां बटोरती रही हैं. ऐसे में माना जा रहा है कि अपने ट्वीट ‘संगठन सरकार से बड़ा है!’ के जरिए मौर्य ने सीएम योगी पर तंज कसा है.
केशव मौर्य, ब्रजेश पाठक की नड्डा से मुलाकात के बाद प्रदेश अध्यक्ष को लेकर चर्चाएं हुईं तेज
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