यूपी में अगर आज हुए विधानसभा चुनाव तो अखिलेश को मिलेंगी कितनी सीटें? नतीजा चौंकाऊ

यूपी तक

ADVERTISEMENT

UPTAK
social share
google news

Akhilesh Yadav News: लोकसभा चुनाव 2024 के नतीजे अब सबके सामने हैं. बात अगर उत्तर प्रदेश की करें तो यहां समाजवादी पार्टी ने बड़ा उलटफेर किया है. बता दें कि 2014 और 2019 के लोकसभा चुनाव में 80 में से महज 5 सीट जीतने वाली सपा ने 2024 में शानदार प्रदर्शन करते हुए 37 सीटें जीती हैं. वहीं, इंडिया गठबंधन (सपा और कांग्रेस) ने कुल 43 सीटों पर जीत हासिल की है. दूसरी तरफ भाजपा सिर्फ 33 सीटों पर ही जीतने में कामयाब रही है. जाहिर सी बात है इस प्रदर्शन के बाद से यूपी में सपा चीफ अखिलेश यादव और पार्टी कार्यकर्ताओं का कॉन्फिडेंस हाई है. 

ऐसे में लोगों के मन में यही सवाल है कि अगर आज यूपी में विधानसभा चुनाव हुए तो सीएम योगी आदित्यनाथ और सपा चीफ अखिलेश यादव में कौन आगे रहेगा. इस बीच यूपी Tak ने अपने विश्लेषण में ये पाया है कि अगर आज यूपी में विधानसभा चुनाव हो गए तो सूबे में कौनसी पार्टी आगे रहेगी. यूपी Tak के विश्लेषण में चौंकाने वाले नतीजे सामने आए हैं, जिन्हें आप आगे जान सकते हैं.

आज चुनाव हुए तो कैसा रहेगा अखिलेश का प्रदर्शन?

लोकसभा का यही चुनाव अगर विधानसभा में बदल दिए जाए तो कौन बाजी मारेगा? इस सवाल का जवाब हासिल करने के लिए यूपी तक ने सभी विधानसभाओं से जानकारी एकत्रित कर ये पता किया कि सूबे में कौन आगे रहेगा. अगर लोकसभा चुनाव के परिणाम को विधानसभा में परिवर्तित कर दिया जाए तो आज के समय में इंडिया गठबंधन (सपा और कांग्रेस) को 224, भाजपा के नेतृत्व वाले NDA को 174 और चंद्रशेखर की आजाद समाज पार्टी को 5 सीटें मिल सकती हैं.         

 

 

अखिलेश के नेतृत्व में हुई सपा की यूपी में चमत्कारिक वापसी

लोकसभा चुनाव में उत्तर प्रदेश की राजनीति में सपा ने अखिलेश यादव की कमान में चमत्कारिक वापसी कर राजनीतिक पंडितों को हैरान कर दिया. पीएम मोदी की लोकप्रियता और भाजपा द्वारा राम मंदिर निर्माण का श्रेय लेने के बावजूद सपा का शानदार चुनावी प्रदर्शन जमीनी स्तर पर अखिलेश की लोकप्रियता और उनकी राजनीतिक सूझबूझ को दर्शाता है. सपा की स्थापना के बाद लोकसभा चुनावों में यह अब तक का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन है और इसका श्रेय अखिलेश यादव को जाता है. सपा संस्‍थापक मुलायम सिंह यादव के निधन के बाद अखिलेश यादव ने न केवल अपनी पारिवारिक एकता कायम की है, जबकि 2019 में बसपा से गठबंधन के बावजूद सिर्फ पांच सीटें जीतने वाली सपा ने अकेले (यादव) परिवार में ही पांच सीटें हासिल कर ली हैं.

यह भी पढ़ें...

ADVERTISEMENT


 

    follow whatsapp

    ADVERTISEMENT