गधी के दूध का साबुन औरत को सुंदर बनाता है? ₹7,000 लीटर बिकता है, जानें इसकी खासियत
इन दिनों सुल्तानपुर से बीजेपी की सांसद और पूर्व केंद्रीय मंत्री मेनका गांधी का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. अब आप…
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इन दिनों सुल्तानपुर से बीजेपी की सांसद और पूर्व केंद्रीय मंत्री मेनका गांधी का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. अब आप सोच रहे होंगे कि मेनका गांधी के वायरल वीडियो और गधी के दूध का क्या संबंध? असल में ये सारा मामला ही इसी बात से जुड़ा है, क्योंकि मेनका गांधी ने कुछ ऐसा कह ही दिया है. तो आइए सबसे पहले आपको मेनका गांधी के वायरल बयान के बारे में बताते हैं.
मेनका गांधी ने एक कार्यक्रम में पिछले दिनों लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि ‘गधे के दूध का साबुन औरत के शरीर को हमेशा सुंदर रखता है. एक बहुत मशहूर विदेशी रानी होती थी, ‘क्लियोपैट्रा’ वो गधे के दूध में नहाती थीं. दिल्ली में गधे के दूध का साबुन 500 रुपए में एक बिक रहा है. क्यों न हम लोग बकरे के दूध का और गधे के दूध का साबुन बनाएं.’
मेनका गांधी यहीं नहीं रुकीं. उन्होंने आगे कहा, ‘पेड़ गायब हो रहे हैं. लकड़ी इतनी महंगी हो गई है कि आदमी मरते वक्त भी अपने पूरे परिवार को कंगाल करता है. 15-20 हजार रुपये लकड़ी पर खर्च होते हैं. इससे अच्छा है हम गोबर के लंबे कंडे बनाएं उसमें सामग्री खुशबूदार लगा दें. एक ऑर्डर लगा दें कि जो भी मरता है उसको गोबर के कंडो से हम लोग जला दें. इसमें 1500 से 2000 हजार रुपये के रस्म रिवाज आएंगे. आप लोग कंडे बेचोगे तो लाखों लाख रुपये के कंडे बिक जाएंगे.’
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यहीं से शुरू हो गई चर्चा गधी के दूध की
अब आप समझ गए होंगे कि हम गधी के दूध की चर्चा क्यों कर रहे हैं. असल में जब ये बयान वायरल हुआ, तो हमने सोचा कि इसका सच जानने की कोशिश करें कि आखिर गधी के दूध में असल में कोई चमत्कारिक ताकत होती है क्या? इसके लिए हमने इंटरनेट पर सर्च किया. हमें कई अनोखी जानकारियां मिलीं.
गधी के दूध की कीमत 7000 रुपये/लीटर?
आजकल अमूल का दूध दो रुपये महंगा होता है, तो लोगों को अपने घर का बजट गड़बड़ाता नजर आता है. ऐसे में अगर हम आपसे कहें कि गधी का दूध 7000 रुपये प्रति लीटर मिलता है, तो आप चौंक ही जाएंगे. असल में जब हमने इस मामल को इंटरनेट पर सर्च किया, तो हमें 14 मई 2022 को प्रकाशित हिंदू का एक लेख मिला. इस लेख में तमिलनाडु के एक शख्स यू बाबू की कहानी बताई गई है. इसके मुताबिक स्कूल ड्रॉपआउट यू बाबू ने तमिलनाडु का पहला डंकी फार्म बनाया. यहां गधी का दूध 7000 रुपये प्रति लीटर तक बिकता है. ऐसा इसलिए क्योंकि उनके इस दूध से बेंगलुरु स्थित फर्म व्यापक रेंज में कॉन्स्मेटिक प्रोडक्ट्स बनाते हैं. ये वही बात है, जिसका जिक्र मेनका गांधी कर रही थीं.
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डंकी मिल्क फार्म बनाने के लिए छोड़ी IT की जॉब
हमारी सर्च यहीं नहीं रुकी. हमें इंटरनेट पर इंडिया टुडे की वेबसाइट पर प्रकाशित एक रिपोर्ट मिली. यह रिपोर्ट 16 जून 2022 को प्रकाशित की गई थी. इस रिपोर्ट में बताया गया है कि कैसे मंगलुरु के एक शख्स श्रीनिवास गौड़ा ने डंकी मिल्क बिजनेस के लिए आईटी की नौकरी छोड़ दी. इनका दावा था कि इस दूध का 30 एमएल पैक 150 रुपये का पड़ेगा. इस खबर को आप यहां क्लिक कर देख सकते हैं.
अमेरिकी सरकार की वेबसाइट पर मौजूद रिपोर्ट क्या कहती है
इंटरनेट पर सर्च के दौरान हमें अमेरिकी सरकार की नेशनल लाइब्रेरी ऑफ मेडिसिन की वेबसाइट पर एक रिव्यू आर्टिकल मिला. इस आर्टिकल में बताया गया है कि डंकी मिल्क और ह्यूमन मिल्क में काफी समानता होती है. इसमें लो फैट, लो कोलेस्ट्रॉल होता है. लैक्टोज प्रचूर होता है, साथ ही वे प्रोटीन भी. कैल्शियम,सेलेनियम और विटामिन डी 3 भी. इसके अलावा इसमें एंटीऑक्सिडेंट, एंटीबैक्टिरियल, एंटीवायरल , एंटीफंगल तत्व भी होते हैं. इस बारे में यहां क्लिक कर विस्तार से जानें.
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