हरदोई में दो युवतियों ने 2 सगे भाइयों को लगाया चूना, शादी के चंद घटों बाद ये सब लेकर हुईं फरार
उत्तर प्रदेश के हरदोई जिले में लूट और ठगी का एक अनोखा मामला सामने आया है. यहां पर दो दुल्हनों ने दो सगे भाइयों के साथ विवाह किया. आरोप है कि दोनों ने सुहागरात से पहले ही खीर में नशीला पदार्थ मिला दिया और नकदी-जेवर लेकर फरार हो गईं.
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Hardoi News: उत्तर प्रदेश के हरदोई जिले में लूट और ठगी का एक अनोखा मामला सामने आया है. यहां पर दो दुल्हनों ने दो सगे भाइयों के साथ विवाह किया. आरोप है कि दोनों ने सुहागरात से पहले ही खीर में नशीला पदार्थ मिला दिया और नकदी-जेवर लेकर फरार हो गईं. बता दें कि शादी के लिए दोनों सगे भाइयों का रिश्ता एक दलाल के जरिए दोनों लड़की से तय हुआ था. इसके लिए दोनों ने दलाल को 80000 रुपए भी दिए थे. इसके बाद दलाल लड़कियों को लेकर शादी कराने लड़कों के गांव पहुंचा था. यहां शादी से पहले ही उसने निर्धारित रकम दूल्हों से लेने के बाद दोनों की गांव के एक मंदिर में शादी कराई.
शादी की रस्म होने के बाद लुटेरी दुल्हन अपनी ससुराल पहुंचीं और वहां ससुरालीजनों और अपने पतियों को खीर बनाकर खिलाई, जिसमें उन्होंने नशीला पदार्थ मिला दिया. जब अगले दिन दूल्हे और उनके घर के लोग सो कर उठे तो दुल्हन घर के जेवर, नकदी और कीमती सामान लूटकर फरार हो चुकी थीं. सुहागरात से पहले ही दुल्हनों और दलाल के हाथ लूटे गए दूल्हों ने पूरे मामले में पुलिस से फरियाद लगाई है. दुल्हनों के लूट और ठगी की इस घटना के बाद पुलिस पूरे मामले की जांच में जुटी हुई है.
अब जानिए पूरा मामला
हरदोई के टड़ियावां इलाके के भड़ायल गांव के रहने वाले कुलदीप और प्रदीप के साथ एक ऐसी वारदात हुई जो पूरे इलाके के लोगों ने सपने में भी नहीं सोची थी. दरअसल गांव के रहने वाले नरेश पाल के दो पुत्र प्रदीप और कुलदीप हैं. इसके अलावा परिवार में उनकी पत्नी शिवकन्या हैं जो नेत्रहीन हैं. 30 और 27 साल के पुत्रों की शादी न हो पाने की वजह से पूरा परिवार परेशान था. प्रदीप दिल्ली में एक ताला बनाने वाली फैक्ट्री में काम करता है, जबकि कुलदीप गांव पर ही रहता है जो दिमागी रूप से थोड़ा कमजोर भी है.
प्रदीप दिल्ली में शादी की बात को लेकर अपने गांव के ही इकबाल नाम के एक व्यक्ति के सम्पर्क में आया, जिसने दोनों भाइयो की शादी कराने की बात की. प्रदीप की इकबाल से फोन पर बात हुई. उसने दोनों की शादी कराने के नाम पर 90 हजार रुपए की मांग की लेकिन किसी वजह से बात नहीं बनी. परिवार वालों के मुताबिक इकबाल ने उसका और उसकी मां का नंबर कुछ और लोगों को दे दिया. इसके कुछ दिन बाद प्रदीप की मां शिवकन्या के पास एक फोन आया. फोन करने वाले ने अपना नाम रवि उर्फ राजकुमार बताते हुए खुद को सीतापुर जिले का रहने वाला बताया.
उसने बताया कि वह प्रदीप की शादी करा देगा, जिस पर उसकी मां ने अपने दूसरे पुत्र के बारे में भी शादी करने को कहा तो रवि ने उनसे कहा कि लखीमपुर जिले के धौरहरा की दो सगी बहनें हैं जिनसे दोनों की शादी करा देगा. मगर इसके लिए उन्हें उसे 80 हजार रुपए देने पड़ेंगे. दोनों पुत्रों की दो सगी बहनो से शादी की बात सुनकर शिवकन्या ने शादी के लिए हां कर दी. इसके बाद उसने दोनों लड़कियों के फोटो शिवकन्या को भेज दिए. लड़कियों के फोटो मिलने के बाद परिवार ने शादी के लिए सहमति दे दी.
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इसके बाद रवि ने दुल्हनों के लिए शादी में परिवार वालों से जेवर बनवाने को कहा. परिवार वालों के मुताबिक करीब 1 लाख रुपए के जेवर उन्होंने दुल्हनों के लिए बनवाए. इसके बाद 21 नवंबर को रवि दोनों लड़कियों को लेकर उनके गांव भड़ायल पहुंच गया जहां पर एक रात रुकने के बाद अगले दिन दोनों भाइयो से पहले अपनी तय रकम ली. उसके बाद गांव के एक मंदिर में गांव वालों की मौजूदगी में प्रदीप की शादी पूजा से और कुलदीप का विवाह आरती से विधि-विधान के साथ हो गया. मंदिर में विवाह की रस्म होने के बाद नवविवाहित दंपति अपने घर ससुराल पहुंच गए.
पुलिस से की गई शिकायत
परिवार वालों के मुताबिक घर पहुंचने पर दोनों दुल्हनों ने अपने दूल्हों और घर के सभी सदस्यों के लिए खीर बनाई. खीर खाने के बाद परिवार के लोग बेसुध हो गए और जब अगले दिन सुबह उनकी आंख खुली तो दोनों लुटेरी दुल्हन शादी का जेवर, नकदी और घर में रखा कीमती सामान लूटकर रफूचक्कर हो चुकी थीं. परिवार वालों ने दुल्हनों और ठग रवि की तलाश की लेकिन उनका कहीं कोई पता नहीं चला. इसके बाद दूल्हों ने पुलिस में लुटेरी दुल्हनों और उनको लेकर पहुंचे ठग के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है.
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