Bisleri के नाम पर कहीं आप भी नहीं न पी रहे हैं 'Bilseri' , यूपी की ये घटना खोल देगी आपकी आंखें

यूपी तक

07 Oct 2024 (अपडेटेड: 07 Oct 2024, 03:51 PM)

Uttar Pradesh News : उत्तर प्रदेश के बागपत से एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है, जिसने प्रशासन की नींद उड़ा दी है.

baghpat Bisleri

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Uttar Pradesh News : पानी हमारे जीवन का मुख्य आधार है और इसके महत्त्व को देखते हुए बोतलबंद पानी का बिजनेस तेजी से बढ़ रहा है.  बिसलेरी और किनले जैसी प्रतिष्ठित कंपनियों ने देश में अपनी मजबूत उपस्थिति बनाई है. लेकिन इसके साथ ही, नकली कंपनियों का भी उभरना हमारे स्वास्थ्य के लिए बड़ा खतरा पैदा कर रहा है. हाल ही में उत्तर प्रदेश के बागपत से एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है, जिसने प्रशासन की नींद उड़ा दी है.

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सामने आया हैरान करने वाला मामला 

बागपत के जिलाधिकारी (डीएम) जितेंद्र प्रताप सिंह को एक कार्यक्रम के दौरान पेयजल के रूप में 'Bisleri' की बोतल दी गई. जब उन्होंने ध्यान से देखा, तो पाया कि बोतल पर 'Bisleri' नहीं बल्कि 'Bilseri' लिखा था. इस नकली ब्रांड का नाम पढ़ते ही जिलाधिकारी चौंक उठे.

इस घटना ने प्रशासन को सकते में डाल दिया और डीएम जितेंद्र प्रताप सिंह ने तुरंत कार्रवाई का आदेश दिया. उनके निर्देश पर खाद्य सुरक्षा विभाग ने बागपत में नकली पेयजल और खाद्य उत्पाद बेचने वाले व्यापारियों के खिलाफ अभियान चलाया. इस दौरान एक बड़े गोदाम पर छापा मारा गया, जहां 2600 से अधिक नकली पानी की बोतलें बरामद की गईं. 

डीएम को Bisleri की जगह 'बिस्सेलेरी' पिलाई, हो गया खेल! #DMBisleriViralVideo #Baghpat pic.twitter.com/fewFJKyZXQ

— UP Tak (@UPTakOfficial) October 7, 2024

डीएम ने की कार्रवाई

डीएम के निर्देशानुसार इन नकली बोतलों को बुलडोजर से नष्ट करवाया गया और गोदाम को सील कर दिया गया. इस प्रभावी कार्रवाई ने न केवल बागपत में बल्कि पूरे जिले में मिलावटखोरों के बीच खलबली मचा दी, प्रशासन की इस सख्ती से स्थानीय जनता ने राहत की सांस ली है, क्योंकि नकली उत्पादों का सेवन स्वास्थ्य के लिए खतरा पैदा कर सकता है.जिलाधिकारी जितेंद्र प्रताप सिंह ने स्पष्ट किया कि जिले में किसी भी प्रकार की मिलावट सहन नहीं की जाएगी और लोगों को शुद्ध पेयजल एवं खाद्य पदार्थ उपलब्ध कराने के लिए प्रशासन पूर्णतः प्रतिबद्ध है. 

बोतलबंद पानी में फर्जीवाड़ा पहचानना मुश्किल नहीं है.  बोतलों पर छपे ISI मार्क कोड के माध्यम से असली और नकली पानी की पहचान की जा सकती है. अगर आप 20 रुपये की बोतल खरीद रहे हैं, तो उस पर छपे कोड की जाँच करके यह सुनिश्चित कर सकते हैं कि पानी असली है या नकली.

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