अखिलेश यादव ने किया चीफ इलेक्शन कमिश्नर को फोन और कानपुर में ये पुलिस अधिकारी हो गए सस्पेंड

संजय शर्मा

20 Nov 2024 (अपडेटेड: 20 Nov 2024, 01:44 PM)

समाजवादी पार्टी चीफ अखिलेश यादव की तरफ से उत्तर प्रदेश में उपचुनाव की वोटिंग के दौरान गड़बड़ी के आरोपों पर बड़ी कार्रवाई हुई है. चुनाव आयोग यूपी के कुछ पुलिस अधिकारियों को निलंबित कर दिया है.

Akhilesh Yadav

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UP Bypoll News: समाजवादी पार्टी चीफ अखिलेश यादव की तरफ से उत्तर प्रदेश में उपचुनाव की वोटिंग के दौरान गड़बड़ी के आरोपों पर बड़ी कार्रवाई हुई है. चुनाव आयोग यूपी के कुछ पुलिस अधिकारियों को निलंबित कर दिया है. इन पुलिस अधिकारियों पर आरोप थे कि इन्होंने वोट डालने जा रहे मतदाताओं के वोटर कार्ड चेक किए और उन्हें वोट डालने से रोका. चुनाव आयोग ने समाजवादी पार्टी की शिकायत पर यूपी के पुलिस अधिकारियों को पहले ही आदेश दे रखा था कि वो वोटरों के आईडी कार्ड चेक नहीं करेंगे. वैसे भी ये अधिकार चुनाव प्रक्रिया में ड्यूटी करने वाले अधिकारियों का होता है, न कि पुलिस अधिकारियों या जवानों का.

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आपको बता दें कि निर्वाचन आयोग ने मतदान करने जाते मतदाताओं के पहचान पत्र जांच करने वाले पुलिस अधिकारियों को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है. कानपुर के सीसामऊ में मतदाताओं के पहचान पत्र चेक कर उन्हें वोट डालने से रोकते हुए  वापस भेजने का वीडीओ मिलने के बाद आयोग ने सब इंस्पेक्टर अरुण कुमार सिंह और राकेश कुमार नादर को तत्काल निलंबित कर जांच और पूछताछ शुरू कर दी गई है. 

आयोग का स्पष्ट आदेश है कि पुलिस किसी भी किस्म से मतदाताओं की जांच या तस्दीक नहीं करेगी. ये अधिकार आयोग की ओर से नियुक्त चुनाव टीम यानी मतदान पार्टी और उम्मीदवारों के एजेंट का है. लिहाजा पुलिस सिर्फ सुरक्षा और कानून व्यवस्था का ध्यान रखे. आपको बता दें कि समाजवादी पार्टी ने अपने आधिकारिक सोशल मीडिया अकाउंट पर यूपी उपचुनाव के दौरान कुछ समुदायों को मतदान से रोके जाने की शिकायतों पर संज्ञान लेते हुए ये कार्रवाई की है. 

मुख्य निर्वाचन आयुक्त राजीव  कुमार ने CEO UP और सभी जिला चुनाव अधिकारी (DEOs)/रिटर्निंग अधिकारी (ROs) को सख्त निर्देश दिया है कि मतदान प्रक्रिया को  निष्पक्ष और सुचारू रूप  से सुनिश्चित करें. सभी शिकायतों का तुरंत संज्ञान लेकर त्वरित कार्रवाई करें. इसके साथ ही की गई कार्रवाई को सोशल मीडिया के जरिये भी शिकायतकर्ता को भी टैग कर सूचित करें. आयोग ने स्पष्ट कहा है कि किसी भी योग्य मतदाता को मतदान से न रोका जाए. मतदान के दौरान किसी भी प्रकार का पक्षपाती रवैया बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. शिकायत मिलने पर फौरन जांच पड़ताल होगी. कोई भी दोषी पाया गया तो कड़ी कार्रवाई की जाएगी. 

चुनाव वाले सभी 9 जिलों में तैनात पुलिस और सामान्य पर्यवेक्षकों को भी सख्त हिदायत दी गई है कि वे कड़ी नजर रखें. यह सुनिश्चित करें कि मतदान शांतिपूर्ण और निष्पक्ष तरीके से हो.

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