Uttar Pradesh News : उत्तर प्रदेश में योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath) की दूसरे कार्यकाल की सरकार के डेढ़ साल में पहली बार कानून व्यवस्था की समीक्षा के लिए सबसे बड़ी बैठक वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए की गई. लगभग तीन घंटे चली इस बैठक में महिला संबंधी अपराध, अपराध नियंत्रण और अपराधियों पर कार्रवाई का मुद्दा सबसे अहम रहा. महिला संबंधी अपराध में कार्रवाई करने में फिसड्डी रहे जिलों के कप्तान को जमकर फटकार लगाई गई. यह पहली बार था जब मुख्यमंत्री की इस समीक्षा में सभी आईजी, एडीजी,जिला कप्तान के साथ-साथ थानेदारों से मुखातिब हो रहे थे, यानी कप्तान साहब को पड़ रही डांट उनके थानेदार भी सुन रहे थे.
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सीएम योगी ने की बैठक
इस पूरी बैठक में सबसे ज्यादा चर्चा अंबेडकर नगर में छात्रा का दुपट्टा खींचे जाने की घटना थी, जिस पर एसपी अंबेडकर नगर को मुख्यमंत्री ने जमकर फटकार लगाई. अंबेडकर नगर के साथ-साथ हाल की आपराधिक घटनाओं पर भी मुख्यमंत्री ने कड़े तेवर दिखाये और एक दर्जन से अधिक जिलों के कप्तान और दो पुलिस कमिश्नर को भी डांट लगाई गई. अंबेडकर नगर के साथ-साथ हाथरस चंदौली ललितपुर कासगंज बलरामपुर महोबा महाराजगंज अयोध्या चित्रकूट झांसी और सुल्तानपुर के पुलिस कप्तानों से हाल में हुई घटनाओं में लापरवाही और देरी पर असंतुष्ट दिखे. मुख्यमंत्री ने अफसरों को साफ कहा किसी भी घटना में लापरवाही या गड़बड़ी की पुष्टि हुई तो जिले का कप्तान हो या फिर थानेदार उसको न सिर्फ थानेदारी और कप्तानी से हटाया जाएगा बल्कि जबरन रिटायर भी कर दिया जाएगा.
जबरन रिटायरमेंट की कही बात
लखनऊ स्टेट मुख्यालय से मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोमवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से पहली बार जिलों के थानेदार से लेकर एसपी आईजी और एडीजी जोन को एक साथ जोड़कर साफ संदेश दिया है कि लापरवाही बरतने पर कुर्सी तो जाएगी ही नौकरी से भी हाथ धोना पड़ेगा. ऐसे पुलिसकर्मी और अधिकारियों को जबरन रिटायरमेंट देकर बाहर का रास्ता दिखाया जाएगा.
सीएम योगी ने ली पुलिस कप्तानों की क्लास!
मुख्यमंत्री की नाराजगी के पीछे हाल में हुई आपराधिक घटनाएं कारण बनी. अंबेडकर नगर में छात्र का दुपट्टा खींचे जाने में आरोपियों पर करवाई में देरी से मुख्यमंत्री बेहद नाराज दिखे. एसपी अंबेडकर नगर अजीत सिन्हा को देरी पर मुख्यमंत्री ने साफ कहा कि, ‘इस घटना में अगर शासन ने निर्देश न दिए होते तो तुम अपराधियों को मिठाई खिलाते आरती उतार रहे थे.’ एसपी अंबेडकर नगर की बीते दिनों मिली शिकायतों का भी इस फटकार में असर दिखा. मुख्यमंत्री ने साफ कहा कि मुझे पता है जिलों में क्या हो रहा है.
संभल जाए वरना कुर्सी से धोन पड़ेगा हाथ
मुख्यमंत्री ने अपनी पूरी समीक्षा बैठक में महिला संबंधी अपराध में कार्रवाई में देरी पर अंबेडकर नगर पुलिस के द्वारा बरती गई लापरवाही का कई बार जिक्र किया. सभी जिलों के कप्तान और थानेदारों को हिदायत दी की ऐसी लापरवाही दोबारा नहीं होनी चाहिए. वरना सख्त कार्रवाई होगी. कुर्सी तो जाएगी ही जरूरत पड़ी तो विभाग से भी बाहर किया जाएगा.
अंबेडकर नगर पुलिस को सबसे ज्यागा फटकार
अंबेडकर नगर के बाद जिस जिले के कप्तान को मुख्यमंत्री ने फटकार लगाई वह थे हाथरस के एसपी देवेश पांडे. गोकशी की घटना पर मुख्यमंत्री ने कप्तान से पूछा कि गोकशी कैसे हो रही है, तो कप्तान ने तर्क दिया कि 30 किलो ही गोमांस ले जा रहे थे. जिस पर मुख्यमंत्री बिफर गए और पूछ लिया गोकशी घटनाएं हो क्यों रही हैं? तस्करी कर गो मांस ले जाया जा रहा है यानी गोकशी हो रही है. जिसको हर हाल में रोका जाना चाहिए.
वाराणसी पुलिस पर भी जताई नाराजगी
जिलों के कप्तान के साथ-साथ पुलिस कमिश्नर भी इस समीक्षा बैठक में मुख्यमंत्री के गुस्से का शिकार हुए. वाराणसी में पुलिस के द्वारा की गई लूट व अन्य अपराधिक घटना पर मुख्यमंत्री ने नाराजगी जताई. इस समीक्षा के दौरान पुलिस कमिश्नर प्रयागराज रमेश शर्मा की लूट डकैती की घटनाओं में गिरफ्तारी और माल बरामद की तारीफ की गई लेकिन डीजीपी विजय कुमार के द्वारा दिए गए प्रेजेंटेशन में ऑपरेशन कनविक्शन के तहत चार सीट दाखिल करने के आंकड़ों में कमी पर मुख्यमंत्री ने नाराजगी जताई.
बैठक में मिले ये निर्देश
उत्तर प्रदेश के जिन दो पुलिस अफसर को बेहतर पुलिसिंग के लिए प्रेजेंटेशन करवाया गया उसमें सीपी नोएडा लक्ष्मी सिंह और सीपी प्रयागराज रमित शर्मा शामिल थे. सीपी नोएडा लक्ष्मी सिंह ने हाल ही में मोटोजीपी आयोजन में पुलिसिंग की व्यवस्था को लेकर प्रेजेंटेशन दिया. तो वहीं दूसरी तरफ पुलिस कमिश्नर प्रयागराज ने बिहार के कटिहार गैंग की मॉडस ऑपरेंडी और गैंग को पकड़ने में ऑपरेशन त्रिनेत्र के तहत लगाए गए. सीसीटीवी कैमरे की भूमिका पर अपना प्रेजेंटेशन दिया. हालांकि दोनों ही पुलिस कमिश्नर को तीन-तीन मिनट का प्रेजेंटेशन देना था लेकिन पुलिस कमिश्नर नोएडा लक्ष्मी सिंह ने अपना प्रेजेंटेशन 15 से 20 मिनट का कर दिया तो मुख्यमंत्री को प्रेजेंटेशन बीच में ही रोकना पड़ा. इसके बाद पुलिस कमिश्नर प्रयागराज रमित शर्मा ने कटिहार गैंग को लेकर अपना प्रेजेंटेशन दिया.
लखनऊ पुलिस कमिश्नर एसबी शिरोडकर हमेशा की तरह शून्य भाव में चुपचाप बैठे रहे. इस समीक्षा बैठक के दौरान बेहतर काम करने वाले सर्कल में लखनऊ कमिश्नरी का कैसरबाग थाना भी फिसड्डी घोषित किया गया है.
समीक्षा बैठक के दौरान मुख्यमंत्री ने शारदीय नवरात्र शुरू होने पर श्रद्धालुओं और खासकर महिलाओं की सुरक्षा को लेकर विशेष निर्देश दिए कि महिला सुरक्षा को लेकर पुख्ता इंतजाम किया जाए. हर जिले में महिला थाना प्रभारी के अतिरिक्त एक अन्य थाने का प्रभार भी महिला पुलिस अधिकारी को दिया जाए. नोएडा को सेफ सिटी बनाने के कार्रवाई 25 अक्टूबर तक पूरी करने का भी निर्देश दिया गया. मुख्यमंत्री की समीक्षा बैठक के बाद माना जा रहा है कि बारे सामानय पुलिस अफसरो तबादले होंगे.
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