पिछले कई दिनों से कोयला संकट को लेकर देश के पावर ग्रिड्स में बिजली के उत्पादन के प्रभावित होने की रिपोर्ट्स सामने आ रही हैं. यूपी तक ने अपनी ग्राउंड रिपोर्ट्स में आपको दिखाया भी कि कैसे प्रदेश के ग्रामीण इलाकों में बड़े पैमाने पर बिजली कटौती की जा रही है. असल में ये बिजली राशनिंग का एक उपाय है, जिसे सरकारें फौरी तौर पर अपना रही हैं. इस बीच कोयला-बिजली संकट को लेकर एक ऐसा वीडियो वायरल हो रहा है, जो असल में तो तंज है, लेकिन सोशल मीडिया यूजर्स सच मानकर भी शेयर किए जा रहे हैं.
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लोग सोशल मीडिया पर एक 29 सेकंड की वीडियो क्लिप शेयर कर रहे हैं. इस क्लिप में दो शख्स हैं, जो कोयले और बिजली संकट को लेकर बातचीत करते दिखाई दे रहे हैं. वीडियो में एक शख्स पूछ रहा है कि कबाब से कोयले का क्या संबंध है? दूसरा शख्स जवाब दे रहा है कि कबाबों की सिंकाई तो कोयले पर ही होती है. वह आगे कहते हैं, ‘ये संबंध पंखे का भी है, क्योंकि पंखा नहीं चलेगा तो कोयला कैसे जलेगा. तो बिजली की खपत के लिए भी हो सकता है कि कहीं न कहीं मुसलमान जिम्मेदार हो.’
सोशल मीडिया पर सैकड़ों लोगों ने इस वायरल वीडियो को शेयर किया है. सोशल मीडिया यूजर्स कह रहे हैं कि ‘वॉट्सऐप यूनिवर्सिटी’ से नया ज्ञान आया है. कुछ लोग वीडियो में मौजूद शख्स को ‘मासूम भक्त’ भी बता रहे हैं. ऐसे ही कुछ ट्वीट्स की बानगी यहां नीचे देखी जा सकती है.
हमें यह वीडियो राष्ट्रीय उलेमा काउंसिल के वेरिफाइड ट्विटर हैंडल पर भी मिला. यहां भी पहले वीडियो में मौजूद शख्स को ‘भक्त’ बताया गया, लेकिन बाद में ट्वीट के रिप्लाई में पूरा वीडियो ट्वीट किया गया है, जो असल कहानी बयान करता है.
असल में यह पूरा वीडियो 2 मिनट 20 सेकंड का है. इसे एक न्यूज चैनल के पत्रकार नरेंद्र प्रताप के ट्विटर हैंडल पर देखा जा सकता है. नरेंद्र प्रताप ने 12 अक्टूबर को इस वीडियो को ट्वीट किया है. इस वीडियो में दिख रहे शख्स का नाम उन्होंने राशिद खान बताया है, जो मेरठ के पत्रकार हैं. नरेंद्र प्रताप के ट्विटर हैंडल पर मौजूद इस पूरे वीडियो को यहां नीचे देखा जा सकता है.
असल में यहां कथित कोयले और बिजली संकट को लेकर एक तंज किया गया है. इसे ही लोग सोशल मीडिया पर सच मानकर शेयर कर रहे हैं.
आपको बता दें कि कोयला मंत्री प्रह्लाद जोशी ने गुरुवार को माना है कि कुछ खदानों के बंद होने और कुछ अन्य खदानों में मॉनसून की बारिश के कारण पानी भरने से यह कोयला संकट पैदा हुआ है. साथ ही, उन्होंने यह भी कहा है कि घबराने की जरूरत नहीं है क्योंकि स्थिति में सुधार हो रहा है.
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